प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या से अब दिल्ली के जीतेंद्र गोगी गैंग के भी तार जुड़ रहे हैं। न्यूज चैनल एबीपी के मुताबिक अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले तीनों बदमाशों ने पूछताछ में बताया है कि जीतेंद्र गोगी गैंग से उनको तुर्किए में बने पिस्टल मिले। चैनल ने पुलिस सूत्रों के हवाले से ये जानकारी भी दी है कि गोगी गैंग दिल्ली और पश्चिमी यूपी में एक्टिव रहता है। इसी वजह से अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले तीनों बदमाशों को एनसीआर न्यूज की आईडी, बड़ा कैमरा वगैरा मिल गए थे। हालांकि, पुलिस सूत्रों के मुताबिक तीनों अपने बयान भी बार-बार बदल रहे हैं।
अतीक और अशरफ की 15 अप्रैल 2023 की रात 10.30 बजे प्रयागराज के हॉस्पिटल के बाहर हत्या कर दी गई थी। अरुण मौर्य, लवलेश तिवारी और सनी सिंह ने माफिया और उसके भाई पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थीं। पहले अतीक की कनपटी से पिस्टल सटाकर गोली मारी गई। जब वो गिर गया, तो एक ही हथकड़ी से बंधा होने के कारण अशरफ भी जमीन पर जा गिरा। इसके बाद हमलावरों ने 10 से ज्यादा राउंड फायर किए थे। अतीक के जिस्म पर 8 और अशरफ के जिस्म पर 5 गोलियां लगने की बात पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आई थी।
तीनों बदमाशों ने अतीक और अशरफ की हत्या के बाद मौके पर मौजूद पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था। पुलिस ने इनको पहले प्रयागराज की नैनी जेल भेजा था। बाद में सुरक्षा कारणों से प्रतापगढ़ जेल में अरुण, लवलेश और सनी को रखा गया। प्रयागराज के एक कोर्ट ने तीनों की 4 दिन की पुलिस रिमांड दी है। पुलिस अब इन तीनों से गहन पूछताछ कर रही है। पुलिस ये जानना चाहती है कि अतीक और अशरफ की हत्या आखिर तीनों ने किसकी रची साजिश के आधार पर की। हालांकि, तीनों बार-बार बयान बदल रहे हैं। ऐसे में पुलिस अब इनका नारको एनालिसिस और ब्रेन मैपिंग टेस्ट की अर्जी भी कोर्ट में दे सकती है।