
नई दिल्ली। वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 को लेकर बनाई गई संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के अध्यक्ष जगदंबिका पाल गुरुवार को कर्नाटक का दौरा करेंगे। कर्नाटक में वो उन किसानों से मुलाकात कर करेंगे जिनकी खेती की जमीन पर वक्फ बोर्ड ने अपना दावा किया और इसके बाद उन किसानों को कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने नोटिस जारी किया। हालांकि इस मामले पर विवाद बढ़ने के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने नोटिस को वापस लेने का आदेश जारी किया था। इससे पहले बेंगलुरु दक्षिण से बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने पिछले हफ्ते ही जेपीसी अध्यक्ष जगदंबिका पाल को इस मामले में एक पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि विजयपुरा जिले के किसानों को वक्फ बोर्ड के साथ उनके भूमि विवादों पर चर्चा करने के लिए गवाह के रूप में बुलाया जाए।
Parliamentary committee on Waqf (Amendment) Bill Chairman Jagdambika Pal to visit Karnataka on Thursday amid row over the notices, now withdrawn, served to local farmers for allegedly encroaching on #Waqf properties: Sources pic.twitter.com/fNLEVeay8J
— Press Trust of India (@PTI_News) November 5, 2024
गौरतलब है कि कर्नाटक के विजयपुरा जिले में किसानों की 1200 एकड़ कृषि भूमि पर वक्फ बोर्ड ने पिछले दिनों अपना दावा कर दिया था। वक्फ बोर्ड के किसानों की जमीन पर दावे के बाद कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने किसानों को नोटिस जारी कर दिया था। इसके बाद से यह मुद्दा लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में कर्नाटक सरकार घिरी हुई है। कर्नाटक सरकार की ओर से पहले तो नोटिस की खबर को ही खारिज कर दिया गया था।
कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा था हमारी सरकार की तरफ से किसानों को इस तरह का कोई भी नोटिस जारी नहीं किया गया है मगर हाल ही में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने नोटिस को वापस लेने का आदेश जारी किया। इसके बाद से सरकार की किरकिरी हो रही है। वहीं पीड़ित किसानों का कहना है कि ये जमीन उनकी पुश्तैनी है जिस पर सालों पहले उनके दादा-परदादा खेती करते आ रहे हैं और अब वो खुद उस जमीन पर अनाज उगा रहे हैं, ऐसे में वक्फ बोर्ड द्वारा उनकी जमीन को अपनी बताना पूरी तरह से अनुचित है।