नई दिल्ली। संभल हिंसा की पड़ताल के लिए गठित की गई न्यायिक जांच आयोग की टीम ने आज जामा मस्जिद का दौरा किया। इसके बाद हिंसा ग्रस्त इलाके में भी टीम के सदस्यों ने जाकर निरीक्षण किया। मुरादाबाद रेंज के डीआइजी मुनिराज जी, संभल के डीएम राजेंद्र पेंसिया और एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई भी इस दौरान न्यायिक जांच दल के साथ रहे और उन्होंने ही हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा कराया। इस दौरान भारी पुलिस बल को तैनात किया गया। कड़ी सुरक्षा के बीच जांच दल और प्रशासनिक अधिकारियों ने शाही जामा मस्जिद में प्रवेश किया।
#संभल : 24 नवंबर संभल हिंसा न्यायिक जांच आयोग की टीम ने मस्जिद का निरीक्षण किया। टीम में अध्यक्ष और दो सदस्य शामिल, डीएम, एसपी और मुरादाबाद डीआईजी भी मौजूद रहे। @DmSambhal @sambhalpolice pic.twitter.com/Vw8lbTHdLv
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) January 21, 2025
जांच दल के सदस्य अब लोगों के बयान दर्ज करेंगे। इस जांच आयोग में रिटायर्ड जज सोहन लाल, रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी एके जैन और रिटायर्ड आईएएस अधिकारी अमित मोहन प्रसाद शामिल हैं। समिति के एक सदस्य ने बताया कि संभल के जो लोग अपनी बात कहना चाहेंगे या अपने विचार जांच टीम के साथ साझा करना चाहेंगे उनकी बात सुनी जाएगी। लोगों की सुविधा के लिए जांच आयोग की टीम के द्वारा संभल में ही एक कैंप लगाया जाएगा जहां पर आकर लोग अपनी बात कह सकेंगे। इससे लोगों को लखनऊ नहीं जाना पड़ेगा और उनको सुविधा होगी। न्यायिक आयोग की टीम इससे पहले भी एक बार संभल आकर जांच कर चुकी है। जल्द ही आयोग अपनी रिपोर्ट तैयार करके
Sambhal, Uttar Pradesh: A judicial inquiry team, accompanied by DIG Muniraj G, SP Krishna Kumar Vishnoi, and DM Rajendra Paisiya, visited violence-hit areas and entered Shahi Jama Masjid under heavy police security
A member of the inquiry committee says, “Those who wish to speak… pic.twitter.com/xxeoC2Bf1F
— IANS (@ians_india) January 21, 2025
आपको बता दें कि संभल की जामा मस्जिद के पूर्व में श्री हरिहर मंदिर का दावा करते हुए एक याचिका कोर्ट में दाखिल की गई थी जिसके बाद कोर्ट ने मस्जिद के सर्वेक्षण का आदेश दिया था। एक बार तो मस्जिद का सर्वे का हो गया मगर जब 24 नवम्बर 2024 को दोबारा एएसआई की टीम सर्वे के लिए पहुंची तो लोगों ने विरोध किया और संभल में हिंसा भड़क उठी। इस हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 30 से ज्यादा लोग घायल हुए थे जिनमें से अधिकांश पुलिसकर्मी थे।