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Hamas Connection in Kerala Blast: दो दिन पहले ही हमास के नेता ने दिया था भड़काऊ भाषण और आज हो गया खौफनाक धमाका, उठ रहे हैं ये गंभीर सवाल

Hamas Connection in Kerala Blast: पुलिस ने भी इस हमले पर बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि आगामी दिनों में हमले की बाकायदा जांच होगी। अगर कोई दोषी पाया जाता है , तो उसके खिलाफ कड़ी विधिक कार्रवाई की जाएगी।

नई दिल्ली। रविवार की सुबह जब सभी अपने हॉलिडे को खास बनाने में जुटे हुए थे, तभी केरल के कोच्ची के एर्नाकुलम से एक ऐसी खबर सामने आई, जिससे वाकिफ होने के बाद केरलवासियों का ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लोगों का मन दुखी हो गया। इस खबर ने लोगों के चेहरे पर उदासी तो जेहन में खौफा ला दिया। आखिर क्या है वो खबर? जानने के लिए पढ़िए हमारी ये खास रिपोर्ट। दरअसल, रविवार सुबह तकरीबन 9 बजे केरल के कोच्चि के एर्नाकुलम में एक कन्वेंशन सेंटर में जोरदार धमाका हो गया। धमाका इतना खौफनाक था कि आसपास के बाशिंदे भी खौफजदा हो गए।

खबर लिखे जाने तक इस हादसे की जद में आकर अब तक 1 महिला की मौत और 25 लोगों के घायल होने की पुष्टि प्रशासन की ओर से की जा चुकी है। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है, जहां उनका उपचार जारी है। राहत एवं बचाव कार्य जारी है, तो ऐसे में मौत और घायलों के उक्त आंकड़ों को अंतिम मान लेना उचित नहीं रहेगा। खैर, ध्यान देने वाली बात यह है कि ये हादसा उस वक्त हुआ, जब यहोवा विटनेस (Jehovah Witness) के लोगों की तीन दिवसीय प्रार्थना सभा चल रही थी। आज प्रार्थना सभा का आखिरी दिन था। प्रार्थना सभा में 2 हजार से भी अधिक लोग मौजूद थे।

आखिर हादसे की वजह क्या रही? क्या यह कोई आतंकी साजिश है या कोई मानवीय चूक या फिर कोई मानवीय लापरवाही? यह तो फिलहाल जांच संपन्न होने के बाद ही साफ हो पाएगा, लेकिन आपको बता दें कि इस हादसे ने प्रदेशभर में रविवार के दिन चल रही प्रार्थना सभा में जाने वाले लोगों को भयभीत कर दिया है। खुद मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने पूरे मामले का संज्ञान लेकर जांच के आदेश दिए हैं। उधर, मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जहां हमले की निंदा की, तो वहीं दूसरी तरफ सीएम पिनराई विजयन से इस संदर्भ में जांच के निर्देश दिए हैं।

एक्शन में आई जांच एजेंसियां

उधर, इस हमले के बाद जांच एजेंसी भी एक्शन मोड में आ चुकी है। एनआईए (NIA) की चार सदस्यीय टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। फिलाहल, एनआईए ने मीडिया को इस हमले के बारे में किसी भी प्रकार की जानकारी देने से साफ इनकार कर दिया है।


बहरहाल, अब देखना होगा कि आगामी दिनों में जांच एजेंसी की ओर से इस मामले में क्या कुछ कदम उठाया जाता है।

मेडिकल स्टाफ की छुट्टियां रद्द

वहीं, हमले की भयावहता को ध्यान में रखते हुए केरल सरकार ने मेडिकल स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दीं हैं। माना जा रहा है कि घायलों और मृतकों की संख्या में इजाफा दर्ज किया जा सकता है।

ऐसे में मेडिकल स्टाफ पर काम का दबाव बढ़ा है। फिलहाल, मौके पर बड़ी संख्या में मेडिकल स्टाफ की टीम रवाना कर दी गईं। उधर, अस्पतालों में चिकित्सकों की संख्या बढ़ाने का निर्देश जारी कर दिया गया।

सीएम पिनराई विजयन का बयान

इसके साथ ही केरल के सीएम पिनराई विजयन ने इस हमले को लेकर बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। हम घटना के संबंध में विवरण एकत्र कर रहे हैं। सभी शीर्ष अधिकारी एर्नाकुलम में हैं। डीजीपी घटनास्थल पर जा रहे हैं।

हम इसे बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। मैंने डीजीपी से बात की है। हमें जांच के बाद और अधिक विवरण प्राप्त करने की आवश्यकता है।

पुलिस ने भी जारी किया बयान

उधर, पुलिस ने भी इस हमले पर बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि आगामी दिनों में हमले की बाकायदा जांच होगी। अगर कोई दोषी पाया जाता है , तो उसके खिलाफ कड़ी विधिक कार्रवाई की जाएगी। उधर, पुलिस ने अपने बयान में स्पष्ट कर दिया है कि इस हमले के संदर्भ में किसी भी प्रकार की झूठी अफवाह सोशल मीडिया पर साझा ना किया जाए। अगर कोई ऐसा करता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

राजनीतिक हस्तियों ने भी जताया दुख

इसके अलावा इस हमले पर राजनीतिक हस्तियों ने भी बयान जारी किए हैं। बता दें कि कांग्रेस नेता व तिरुवनंतपुरम से सांसद थरूर ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि ‘केरल में एक धार्मिक सभा पर बम हमले की खबर से स्तब्ध और निराश हूं। मैं इसकी घोर निंदा करता हूं और त्वरित पुलिस कार्रवाई की मांग करता हूं। लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। अपने राज्य को हत्या और विनाश की मानसिकता का शिकार होते देखना दुखद है। मैं सभी धार्मिक नेताओं से इस तरह की बर्बरता की निंदा करने का आग्रह करता हूं।

क्या है यहोवा विटनेस

बता दें कि एर्नाकुल यहोवा विटनेस के लोगों ने तीन दिवसीय प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। य़होवा विटनेस ना ही खुद को ईसाई और ना ही खुद यहूदी मानते हैं। हालांकि, यह ईसाई और यहूदी धर्म की ही शाखा माना जाती है , क्योंकि इनका धर्म ग्रंथ ईसाई जैसा ही, लेकिन मान्यताएं और विचारधाराएं अलग हैं।

सामने आया हमास का कनेक्शन

उधर, अब इस हमले को लेकर हमास का कनेक्शन भी सामने आया है। दरअसल, बीते दिनों केरल के कोझीकोड में बी हमास के समर्थन में विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें हमास के नेता खालिद मिशेल भी शामिल हुआ था। बता दें कि इस कार्यक्रम में हिंदू विरोधी, भारत विरोधी और बुलडोजर विरोधी नारे लगाए गए थे।

इससे पहले मल्लपुरम में भी हमास के समर्थन में विशाल जनसभा का संबोधन किया गया था, जिस पर बीजेपी ने सवाल उठाया था और सरकार से मांग की थी कि इसके विरोध में कड़ी कार्रवाई की जाए, लेकिन अफसोस कोई कार्रवाई नहीं की गई। उधऱ, अब एर्नाकुलम में हुए हमले को हमास से जोड़कर देखा जा रहा है।

जारी है इजराइल-हमास में जंग

सनद रहे कि पिछले कई दिनों से इजराइल और हमास में जंग जारी है। गत 7 अक्टूबर को आतंकी संगठन हमास ने इजराइल पर समुद्र, जल और वायु मार्ग से चार हजार से भी अधिक रॉकेट दागे थे, जिसकी जद में आकर 4 हजार से भी अधिक लोग अब तक मारे जा चुके हैं। उधर, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू स्पष्ट कर चुके हैं कि आगामी दिनों में दुश्मन देश फिलिस्तीन को भारी कीमत चुकानी होगी। वहीं, इजराइल ने अपनी जवाबी कार्रवाई में गाजा पट्टी पर दो मर्तबा अब तक हमले किए हैं, जिसकी अरब देशों ने निंदा की।

भारत में गरमाई राजनीति

उधर, इजराइल-हमास के बीच जारी जंग को लेकर भारत में राजनीति गरमा गई है। दरअसल, केंद्र की मोदी सरकार इजराइल का समर्थन कर चुकी है। प्रधानमंत्री मोदी एक नहीं, बल्कि दो मर्तबा बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात कर अपना समर्थन जाहिर कर चुके हैं, लेकिन आपको बता दें कि विपक्षी दल लगातार फिलिस्तीन का समर्थन कर रहे हैं।

यूएन में पारित हुआ इजराइल के समर्थन में प्रस्ताव

बता दें कि बीते दिनों संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इजराइल द्वारा गाजा पर किए गए हमले के विरोध में हुई वोटिंग में भारत ने दूरी बनाकर रखी थी, जिसकी कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने मोदी सरकार की आलोचना की थी, लेकिन सरकार स्पष्ट कर चुकी है कि हम इजराइल का समर्थन करेंगे।