नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार करने शनिवार को बंगाल पहुंचे पीएम मोदी ने समाज सेवी और पद्म पुरस्कार विजेता करीमुल हक को देखते ही तपाक से उन्हें गले लगा लिया। बता दें कि इसकी फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। गौरतलब है कि करीमुल हक को ‘बाइक एंबुलेंस दादा’ के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल पीएम मोदी चुनावी सभा के लिए शनिवार को पश्चिम बंगाल के बागडोगरा हवाई अड्डे पर उतरे। वहां करीमुल हक पहले से मौजूद थे। उन्हें देखते ही पीएम मोदी ने उन्हें गले से लगा लिया। इसको लेकर सोशल मीडिया पर खूब तारीफ हो रही है। लोगों का कहना है कि, करीमुल हक की समाज सेवा का सम्मान करना पीएम मोदी को अच्छे से आता है। बता दें कि करीमुल हक जलपाईगुड़ी जिला में अपने मोटरसाइकिल से मरीजों को अस्पताल पहुंचाने का काम करते हैं। इस अनूठे तरीके के लिए उन्हें पद्म पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
इसी को लेकर एक खबरिया वेबसाइट एनबीटी की तरफ से जब करीमुल हक से जानने की कोशिश की गई कि कहीं इस बात से ममता बनर्जी उनसे नाराज तो नहीं हो जाएंगी। इसके बाद करीमुल ने जो कहा वह ममता के लिए झटके से कम नहीं होगा। दरअसल इस सवाल का जवाब देते हुए करीमुल हक ने कहा कि नरेंद्र मोदी और ममता बनर्जी में इतना ही फर्क है कि जब वह दीदी से मिलने गए तो उन्हें ‘दुत्कार’ दिया गया। करीमुल हक ने कहा कि पीएम मोदी देश चलाते हैं और ममता बनर्जी बंगाल। मुझे जब पीएम मोदी ने मिलने को बुलाया तो मैं गया उनसे मिला उन्होंने मुझे गले लगाया ये मेरे लिए फर्क की बात थी। मुझ जैसे गरीब आदमी से कौन मिलता है। मैं अगर पीएम से मिलने गया तो क्या मांगता अपने राज्य के लिए हीं तो कुछ मांगता। उन्होंने कहा कि मैं अगर कुछ मांगूंगा तो देश के लिए मांग करूंगा कि बंगाल में एम्स बना दीजिए। इसके साथ ही करीमुल हक ने कहा कि मैं ममता बनर्जी से मिलने गया तो मुझे उनसे नहीं मिलने नहीं दिया गया। मैं इस बात से नाराज हो गया था। हम लोग गंदे आदमी हैं, शायद इस वजह से हमें दीदी से मिलने नहीं दिया गया।
आखिर कौन हैं करीमुल हक जिन्हें एयरपोर्ट पर देख पीएम मोदी ने लगाया तपाक से गले
बता दें कि पीएम मोदी और करीमुल हक, दोनों की गर्मजोशी मुलाकात को लेकर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है। समाजसेवी करीमुल हक उर्फ बाइक एंबुलेंस दादा अपनी बाइक एंबुलेंस से अब तक करीब 4000 लोगों को बचा चुके हैं। करीमुल हक बीमार गरीब और वंचित लोगों को अपनी बाइक एंबुलेंस से लेकर मुफ्त में अस्पताल पहुंचाते हैं।
West Bengal: Padma awardee Karimul Haque, also known as ‘Bike Ambulance Dada’ met PM Modi upon his arrival at Bagdogra Airport, today
Haque was awarded Padma award for his unique way of social service by ferrying patients to medical facilities on his motorbike in Jalpaiguri Dist pic.twitter.com/nFj8YKCPID
— ANI (@ANI) April 10, 2021
हक चाय बागान में काम करते हैं, उन्होंने अपर्याप्त ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं के चलते लोगों को होने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए बाइक एम्बुलेंस की मदद से मुफ्त में यह सेवा शुरू की। उन्होंने यह कार्य तब शुरू किया जब पर्याप्त और सही समय पर स्वास्थ्य सेवा ना मिलने के चलते उनकी मां की मौत हो गई थी। उसके बाद उन्होंने ठाना कि, आगे से किसी को स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में नहीं मरने देंगे।
पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित करीमुल हक की सैकड़ों लोगों को प्रेरित करने वाली असली कहानी पर किताब भी लिखी जा चुकी है। ‘बाइक एम्बुलेंस दादा, द इंस्पायरिंग स्टोरी ऑफ करीमुल हक: द मैन हू सेव्ड 4000 लाइव्स’ हक की आधिकारिक बायोग्राफी है। जिसके लेखक पत्रकार एवं सामाजिक उद्यमी बिस्वजीत झा है।
बता दें कि शनिवार को पश्चिम बंगाल में चौथे दौर के मतदान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिलीगुड़ी में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कूचबिहार में हिंसा का जिक्र करते हुए ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इस बीच कूचबिहार में जो हुआ है, वो बहुत दुखद है। जिन लोगों की मृत्यु हुई है, मैं उनके निधन पर दुख जताता हूं। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। बीजेपी के पक्ष में जनसमर्थन देख कर दीदी और उनके गुंडों की बौखलाहट बेकाबू होती जा रही है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि अपनी कुर्सी जाते देख, दीदी इस स्तर पर उतर आई हैं। दीदी और टीएमसी की मनमानी बंगाल में नहीं चलने दी जाएगी। मेरा चुनाव आयोग से आग्रह है कि कूचबिहार में जो हुआ, उसके दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो।