Varanasi: काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों की एंट्री पर 3 दिन रहेगी रोक, इस वजह से लिया गया फैसला

मंदिर प्रशासन की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि 29 और 30 नवंबर को मंदिर आंशिक तौर पर भक्तों के लिए बंद रहेगा। इन दोनों दिन सुबह 6 से शाम 6 बजे तक भक्त दर्शन नहीं कर सकेंगे। जबकि, 1 दिसंबर को मंदिर को भक्तों के लिए पूरी तरह बंद रखा जाएगा।

Avatar Written by: November 25, 2021 12:48 pm
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वाराणसी। पुण्य सलिला मां गंगा के तट पर बसे वाराणसी में तीन दिन शहर के मालिक कहे जाने वाले काशी विश्वनाथ का मंदिर तीन दिन भक्तों के लिए बंद रहेगा। इन तीन दिनों में 2 दिन आंशिक बंदी होगी। जबकि, एक दिन भक्त किसी भी वक्त बाबा का दर्शन नहीं कर सकेंगे। मंदिर प्रशासन की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि 29 और 30 नवंबर को मंदिर आंशिक तौर पर भक्तों के लिए बंद रहेगा। इन दोनों दिन सुबह 6 से शाम 6 बजे तक भक्त दर्शन नहीं कर सकेंगे। जबकि, 1 दिसंबर को मंदिर को भक्तों के लिए पूरी तरह बंद रखा जाएगा। बताया जा रहा है कि मंदिर के गर्भगृह में मकराना के संगमरमर वगैरा लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा विश्वनाथ कॉरिडोर का काम भी अंतिम चरण में है। ऐसे में किसी हादसे को रोकने के लिए मंदिर को आम भक्तों के लिए बंद करने का फैसला किया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी को 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करना है। दोबारा पीएम बनने के बाद मोदी ने इसका शिलान्यास किया था। ये कॉरिडोर गंगा के तट से सीधे काशी विश्वनाथ मंदिर तक जाता है। कॉरिडोर के व्यूइंग प्वाइंट से काशी विश्वनाथ मंदिर और मां गंगा का विहंगम नजारा दिखता है।

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन होने के बाद भोले बाबा के भक्त सीधे कॉरिडोर होते हुए मंदिर तक पहुंच जाएंगे। उन्हें गोदौलिया की गलियों से होकर नहीं जाना पड़ेगा। पीएम मोदी का ये ड्रीम प्रोजेक्ट है और इसे हर हाल में 5 दिसंबर तक तैयार करने का आदेश दिया गया है। दिसंबर के तीसरे हफ्ते तक यूपी चुनाव की तारीखों का एलान हो सकता है। जिसके बाद किसी प्रोजेक्ट का उद्घाटन या शिलान्यास नहीं किया जा सकेगा। इसी वजह से कॉरिडोर के काम को तेजी से पूरा किया जा रहा है।

pm modi vishwanath

पीएम मोदी इसके अलावा वाराणसी को कुछ और सौगात भी दे सकते हैं। मोदी का कहना है कि वो भले ही गुजरात से हैं, लेकिन वाराणसी उनके घर जैसा है। पिछले दिनों मोदी ने वाराणसी आकर 6000 करोड़ से ज्यादा की योजनाओं का तोहफा अपने संसदीय क्षेत्र को दिया था। साल 2014 और 2019 में मोदी वाराणसी से बड़े वोटों के अंतर से जीतते रहे हैं।