
संभल। यूपी के संभल में 24 नवंबर को हिंसा होने के बाद अब प्रशासन जामा मस्जिद के सामने खाली जगह में पुलिस चौकी बनवा रहा है। पुलिस चौकी जहां बन रही है, उसके पास ही एक और खाली जमीन है। अब कश्यप समाज ने इस जमीन पर पूजा-पाठ करने की मंजूरी पुलिस से मांगी है। कश्यप समाज का दावा है कि पहले यहां मंदिर और पेड़ हुआ करता था। जिसे दूसरे समुदाय के लोगों ने काट दिया। कश्यप समाज के दावे और अर्जी को अब प्रशासन देखेगा और ये भी पता किया जाएगा कि खाली जमीन पर पहले क्या मंदिर और पेड़ था? संभल में जामा मस्जिद के सामने पुलिस चौकी बनवाकर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया जा रहा है। ताकि भविष्य में फिर किसी भी अप्रिय स्थिति या उपद्रव को रोका जा सके।
संभल में कोर्ट के आदेश पर 19 नवंबर की शाम को कोर्ट कमिश्नर ने जामा मस्जिद का सर्वे किया था। फिर 24 नवंबर की सुबह जब कोर्ट कमिश्नर जामा मस्जिद में सर्वे कर रहे थे तब अचानक सैकड़ों की तादाद में उपद्रवी यहां जुट गए। उपद्रवियों ने पुलिस पर हमला किया और कई वाहनों को भी फूंक दिया। उपद्रवियों ने यहां फायरिंग भी की। इस फायरिंग से 4 लोगों की जान गई। पुलिस ने उपद्रवियों को खदेड़ा और बाद में सीसीटीवी के फुटेज से 91 उपद्रवियों की पहचान की गई। इस उपद्रव के सिलसिले में संभल पुलिस ने 3 महिलाओं समेत अब तक 47 लोगों को गिरफ्तार किया है। बीते दिनों ही एक उपद्रवी को दिल्ली के बाटला हाउस से पकड़ा गया है।
संभल की जामा मस्जिद के बारे में हिंदू पक्ष ने कोर्ट में केस कर रखा है। हिंदू पक्ष का दावा है कि यहां प्राचीन कल्कि मंदिर था। जिसे पहले मुगल बादशाह बाबर के एक सिपहसालार ने गिराकर मस्जिद बनवा दी थी। वहीं, मुस्लिम पक्ष इस दावे को गलत बताता है। हिंदुओं के पुराणों की मान्यता है कि संभल में ही भगवान विष्णु के अगले अवतार कल्कि का जन्म होना है। संभल में प्रशासन ने हिंसा के बाद कई कुएं और एक बावड़ी की तलाश भी की है। यहां 16 कुएं होने की मान्यता काफी पुरानी है।