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Andhra Pradesh: ‘2 साल तक करता रहा दुष्कर्म…जंजीरों से बांधकर रखा’…15 वर्षीय लड़की ने पूर्णानंद स्‍वामी पर लगाया गंभीर आरोप, हुआ गिरफ्तार

कई बार पीड़िता ने उससे गुहार लगाई कि उसके साथ जानवरों जैसा सलूक ना करें, लेकिन उसकी क्रूरता दिन ब दिन बढ़ती ही जा रही थी। कई बार उसने वहां से भागने की कोशिश की, लेकिन उसे कोई रास्ता नहीं मिला। इस बीच उसे बहुत कोशिश के बाद उसे वहां से भागने का मौका मिला, तो  उसे बस में एक महिला मिली, जिसने उसने अपने साथ हुए हादसे के बारे में बताया।

नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिससे वाकिफ होने के बाद आपकी रूह कांप जाएगी। दरअसल, यह खबर बाल यौन उत्पीड़न से जुड़ी है। पुलिस ने यौन उत्पीड़न के आरोपी ज्ञानानंद आश्रम के पूर्णानंद स्वामी को पोस्को अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया है। पूर्णानंद स्वामी के आश्रम में काम करने वाली 15 वर्षीय लड़की ने पूर्णानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। इस आरोप के बाद पूर्णानंद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ल़ड़की के मुताबिक, पूर्णानंद उसके साथ दो सालों तक दुष्कर्म करता रहा। बहरहाल, अब आगामी दिनों में आरोपी के खिलाफ क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन आइए उससे पहले हम आपको इस पूरे मामले की पृष्टिभूमि बता देते हैं।

पुलिस को दर्ज कराए बयान में पीड़िता ने बताया कि उसके माता-पिता के निधन के बाद उसके रिश्तेदारों ने उसे पूर्णानंद के आश्रम में छोड़ दिया। जहां उसे गायों की देखभाल का कार्य सौंपा गया। कुछ दिनों तक सबकुछ ठीक रहा, लेकिन बाद में पूर्णांनद की उस पर बुरी नजर पड़ गई। पूर्णांनद ने उसके साथ लगातार दो सालों तक दुष्कर्म किया और मना करने पर  पीटता था। इतना ही नहीं, आस्था के लिबास में पूर्णांनद कितना क्रूर है, यह जानकर आपकी रूह कांप जाएगी। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि आरोपी उसे जंजीरों से बांधकर रखता था। यहां तक की उसे वॉशरूम भी जाने दिया जाता था। उसे बाल्टी में ही पेशाब करने पर मजबूर किया जाता था। उसे दिन में एक ही बार खाना दिया जाता था।

कई बार पीड़िता ने उससे गुहार लगाई कि उसके साथ जानवरों जैसा सलूक ना करें, लेकिन उसकी क्रूरता दिन ब दिन बढ़ती ही जा रही थी। कई बार उसने वहां से भागने की कोशिश की, लेकिन उसे कोई रास्ता नहीं मिला। इस बीच बहुत कोशिश के बाद उसे वहां से भागने का मौका मिला, तो उसे बस में एक महिला मिली, जिसे उसने अपने साथ हुए हादसे के बारे में बताया। संयोग देखिए कि वो महिला भी किसी बच्ची को उसी आश्रम में छोड़ने जा रही थी, लेकिन इस बच्ची की दर्द कहानी से वाकिफ होने के बाद उसने मन बदल दिया। इसके बाद उस महिला ने इस बच्ची की मदद करने का फैसला किया। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मामला संज्ञान में लिया। मामले को संज्ञान में लेने के बाद पुलिस ने आरोपी पूर्नानंद को गिरफ्तार कर लिया है।

झूठे आरोपों के आधार पर उसके खिलाफ पॉक्सो के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी ने बताया कि कुछ दिनों पहले मुझे कुछ लोगों ने आश्रम की जमीन हड़पने की धमकी दी थी, जिसके बाद यह सबकुछ सोची समझी के  साजिश के तहत मेरे खिलाफ किया जा रहा है।