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Terror: खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने एक बार फिर दी PM मोदी को धमकी, कहा- 26 जनवरी को…

गुरपतवंत पन्नू ने इससे पहले 3 जनवरी को भी एक मैसेज जारी किया था। उसने कहा था कि पंजाब के फिरोजपुर जाते वक्त मोदी का रास्ता जो भी रोकेगा, उसे सिख्स फॉर जस्टिस की तरफ से 1 लाख डॉलर दिया जाएगा। इस मैसेज के बाद ही फिरोजपुर से 30 किलोमीटर पहले एक फ्लाईओवर पर भीड़ ने मोदी का रास्ता रोक लिया था।

नई दिल्ली। पाकिस्तान के इशारे पर काम करने वाले खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख्स फॉर जस्टिस SFJ के नेता गुरपतवंत पन्नू ने एक बार और पीएम नरेंद्र मोदी को धमकी दी है। पन्नू ने अब बयान जारी कर कहा है कि जो भी 26 जनवरी को मोदी का रास्ता रोकने और खालिस्तान का झंडा फहराने का काम करेगा, उसे आतंकी संगठन 10 लाख डॉलर देगा। पन्नू ने धमकीभरे अंदाज में कहा है कि जिस तरह 5 जनवरी को मोदी का पंजाब में रास्ता रोका गया था, उसी तरह 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन उन्हें रोको और भारत का झंडा फहरने मत दो। उसने फिर अपने मैसेज में अलग खालिस्तान देश का राग गाया है। बता दें कि पन्नू कनाडा में रहता है और भारत सरकार को इस आतंकी की कई साल से तलाश है।

गुरपतवंत पन्नू ने इससे पहले 3 जनवरी को भी एक मैसेज जारी किया था। उसने कहा था कि पंजाब के फिरोजपुर जाते वक्त मोदी का रास्ता जो भी रोकेगा, उसे सिख्स फॉर जस्टिस की तरफ से 1 लाख डॉलर दिया जाएगा। इस मैसेज के बाद ही फिरोजपुर से 30 किलोमीटर पहले एक फ्लाईओवर पर भीड़ ने मोदी का रास्ता रोक लिया था। करीब 20 मिनट तक मोदी का काफिला फ्लाईओवर पर रुका हुआ था और उनकी सुरक्षा को गंभीर खतरा पैदा हो गया था। पंजाब पुलिस के दो अफसरों ने एक टीवी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में बताया है कि मोदी के काफिले को रोकने वाले किसान नहीं, कट्टरपंथी तत्व थे और पुलिस को इनके खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश भी सरकार ने नहीं दिया था।

Delhi Red Fort

गुरपतवंत पन्नू ने इससे पहले किसान आंदोलन के वक्त पिछले साल 26 जनवरी से पहले इसी तरह का मैसेज जारी कर दिल्ली में हिंसा फैलाई थी। भीड़ ने दिल्ली के लालकिले पर कब्जा कर लिया था और उसके एक गुंबद पर खालिस्तानी झंडा भी फहराया गया था। इस मामले में तमाम लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर दिल्ली पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी भी की थी। घटना इतनी संगीन थी कि उस दिन दिल्ली पुलिस के जवानों और अफसरों पर भी हमले हुए थे और लालकिले की खाइयों में उन्हें भीड़ ने ऊपर से फेंक दिया था। इसके अलावा कृपाण और तलवारों से भी दिल्ली पुलिस के जवानों पर हमला किया गया था।