
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अंतरराष्ट्रीय किडनी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए इस मामले में कई बड़े खुलासे किए हैं। इस मामले में दिल्ली के एक बड़े अस्पताल की महिला डॉक्टर समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। किडनी रैकेट में शामिल ये लोग डोनर से 5 लाख रुपए में किडनी खरीद कर उसे 20 से 30 लाख रुपए में जरूरतमंद लोगों को बेच देते थे। इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए दिल्ली क्राइम ब्रांच के डीसीपी अमित गोयल ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में तीन बांग्लादेश के निवासी हैं, एक ट्रांसलेटर, एक डाक्टर और दो नर्सिंग स्टाफ के लोग शामिल हैं। ये लोग बांग्लादेश के डायलिसिस सेंटर से किडनी पेंशट की जानकारी जुटाते थे उसके बाद उनकी आर्थिक स्थिति के आधार पर उनसे डील सेट कर लेते थे और उनको भारत भेज देते थे।
Delhi: “The Crime Branch has busted an international kidney racket in which seven people have been arrested, out of which three were Bangladeshis and one of them was the mastermind. These people used to identify kidney patients and donors from Bangladesh and bring them here,”… pic.twitter.com/Wxlwi2WcKN
— IANS (@ians_india) July 9, 2024
इसके बाद गरीब लोगों को नौकरी का लालच देकर भारत लाते थे और यहां लाकर उनके टेस्ट वगैरह कराकर फिट पाए जाने पर उनको पैसे का लालच देकर ऑर्गन ट्रांसप्लांट कराया जाता था। इसके लिए उनके नकली पेपर्स तैयार कराए जाते थे। इस काम में डाक्टर और उसके स्टाफ के लोग भी शामिल थे। 20 से 30 लाख रुपए में किडनी बेची जाती थी जबकि डोनर को सिर्फ 5 लाख ही दिए जाते थे।
फिलहाल मामले की जांच चल रही है। अभी यह सामने नहीं आ सका है कि इन लोगों ने अब तक कितने लोगों की किडनी ट्रांसप्लांट कराई है। गिरफ्तार लोगों के पास से बांग्लादेश उच्चायोग के जाली दस्तावेज बरामद हुए हैं। जिन लोगों को बांग्लादेश से लाया जाता था उनको दिल्ली के जसोला में एक फ्लैट में रखा जाता था और ज्यादातर सर्जरी नोएडा के एक अस्पताल में की जाती थी। फिलहाल पुलिस ये जानने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह के तार कहां तक फैले हुए हैं और कौन-कौन इस गिरोह में शामिल है।