
नई दिल्ली। रहस्यों से भरी इस दुनिया में कई अजीबोगरीब रीति रिवाज बनाकर लोग इसे और भी अधिक आश्चर्य से भरते जा रहे हैं। इन विचित्र रीति रिवाजों और प्रथाओं में से कुछ खत्म हो चुकी हैं लेकिन आज भी कई ऐसे रीति रिवाज हैं जिन्हें सालों से निभाया जा रहा है। हमारे देश के ही एक गांव की प्रथा के बारे में जानकर हैरान हो जाएंगे। भारत के राजस्थान में एक ऐसा गांव है, जिनके बारे में जानकर आपको हैरानी होगी। यहां प्रत्येक पुरूष की दो शादी होनी अनिवार्य है। भारत के बाकी हिस्सों समेत दुनिया के ज्यादातर देशों में एक पुरूष केवल एक ही पत्नी रख सकता है। शादी पर बने कानून के नियमों के अनुसार, अगर कोई दूसरी शादी करना चाहता है तो उसे अपनी पहली पत्नी को तलाक देना होता है। बिना तलाक के दूसरी शादी करना गैरकानूनी माना जाता है और इसके लिए सजा भी हो सकती है। लेकिन राजस्थान के जैसलमेर में एक ऐसा गांव है, जहां पर प्रत्येक शख्स को दो शादियां करना अनिवार्य है। यहां रहने वाले हर शख्स ने दो शादियां की हैं।
इसके लिए उनके खिलाफ न तो कोई कानूनी कार्रवाई हुई है और न ही दोनों पत्नियों में अपने अधिकारों को लेकर लड़ाई होती है। शख्स की दोनों पत्नियां एक ही घर में बहन की तरह खुशी-खुशी रहती हैं। लेकिन इस प्रथा के पनपने और उसके फलने फूलने की एक खास वजह है, आइए जानते हैं आखिर क्या है इसके पीछे का कारण…राजस्थान के जैसलमेर में स्थित ‘रामदेयो’ गांव में प्रचलित दो शादियों की अनोखी प्रथा का मुख्य कारण ये है कि इस गांव में एक शादी करने वाले व्यक्ति की पत्नी गर्भधारण नहीं करती है। अगर पहली पत्नी गर्भवती हो भी जाती है, तो वो सिर्फ बेटी को ही जन्म देती है। बेटे की चाह में लोग दूसरी शादी करते हैं। यहां की सबसे हैरान करने वाली बात तो ये है कि दूसरी पत्नी केवल बेटे को ही जन्म देती है।
हालांकि, नई पीढ़ी के युवाओं को ये परंपरा रास नहीं आ रही है। उनका कहना है कि इस परंपरा की आड़ में दो शादी करने के गैर कानूनी काम को बढ़ावा दिया जा रहा है। साथ ही इस प्रथा के जरिए लैंगिक भेदभाव को समर्थन दिया जा रहा है। दो शादी करना गैरकानूनी है। सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि इस विषय में पूरा प्रशासन जानता है लेकिन किसी पर कोई कार्यवाई नहीं की जाती है।