नई दिल्ली। आज दीपावली का त्योहार है। वनवास से भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी के अयोध्या लौटने पर लोगों ने खुशी में दीये जलाए थे। इसी की याद में दीपावली मनाई जाती है। दीपावली के मौके पर भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा करने का भी विधान है। चारों तरफ रोशनी और दीयों के प्रकाश में भगवान गणेश और माता लक्ष्मी को दीपावली पर अपने घर आमंत्रित करने और समृद्धि के लिए उनकी पूजा की जाती है। आज हम आपको बता रहे हैं कि किस तरह भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा की जाए और इसके लिए किस-किस वक्त आपको मुहूर्त मिलेगा। तो चलिए इसकी जानकारी आपको देते हैं। दीपावली पर भगवान गणेश और माता लक्ष्मी के पूजन के लिए इस बार दो मुहूर्त शुभकाल में हैं। इन्हीं दोनों शुभ मुहूर्त में से एक में आप पूजा कर सकते हैं।
आज भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा के लिए आपको शाम 5.28 से रात 8.07 तक प्रदोष काल में पहला शुभ मुहूर्त मिलने जा रहा है। इस दौरान स्थिर लग्न भी शाम 5.39 से 7.33 बजे तक रहेगा। शास्त्रों के अनुसार प्रदोष काल में भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा अति उत्तम रहने वाली है। इसी तरह भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा करने का दूसरा शुभ मुहूर्त रात में 11.39 से 12.32 तक है। इस दौरान भी पूजा करने से मनोवांछित फल प्राप्त करने की बात जानकार बता रहे हैं। नीशीथ काल में ही माता लक्ष्मी के घरों में आने और वहां वास करने की कथाएं हैं। ऐसे में इन दोनों मुहूर्त में आप आज भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा कर सकते हैं।
माता लक्ष्मी की पूजा के अन्य मंत्रों के अलावा आप ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्मी मम गृहे आगच्छ आगच्छ ह्रीं नमः का पाठ अवश्य करें। भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा के लिए पूर्व या ईशान दिशा में एक चौकी रखकर उस पर लाल या गुलाबी वस्त्र बिछाएं। इसके बाद भगवान गणेश की प्रतिमा रखें। उनके दाहिनी तरफ माता लक्ष्मी की प्रतिमा रखें और आसन पर बैठकर अपने चारों तरफ जल छिड़कें। इसके बाद संकल्प के साथ पूजा करें। घी का दीया इस दौरान जलाएं और कोशिश करें कि ये दीया रातभर जलता रहे। भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की फूल, धूप और नैवेद्य के साथ मिठाई से पूजा करें। इस दौरान पीले, लाल, गुलाबी वस्त्र पहनें।
भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा के साथ ही घर में 26 दीये जलाएं। इनमें से एक दीया चौमुखी हो। मंदिर के अलावा घर में सभी जगह इन दीयों को रखें। दीपावली पर वैसे तो मुख्य रूप से माता लक्ष्मी की पूजा और आराधना होती है, लेकिन इस दिन गणेशजी की पूजा का बहुत महत्व है। भगवान गणेश को सिद्धिदाता माना जाता है। भगवान गणेश के बारे में कहा जाता है कि वो हर तरह की बाधा को दूर करते हैं। माता लक्ष्मी के भी भगवान गणेश के पूजन से संतुष्ट और प्रसन्न होने की बात कही जाती है। भगवान गणेश अपने पूजन-अर्चन से संतान को सेहत और शिक्षा में उन्नति देने वाले भी बताए जाते हैं।