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Sumitra Mahajan Birthday: जानिए, पूर्व लोकसभा स्‍पीकर ‘इंदौर की ताई’, सुमित्रा महाजन का अब तक का सफर

Sumitra Mahajan Birthday: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की महिला शाखा राष्ट्र सेविका समिति और महाराष्ट्रीय महिलाओं के संगठन भगिनी मंडल में शामिल हो गई। साल 1982 में इंदौर नगर निगम चुनावों से उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की

नई दिल्ली। ‘इंदौर की ताई’ के नाम से मशहूर पूर्व लोकसभा स्‍पीकर सुमित्रा महाजन का आज जन्मदिन है। 12 अप्रैल 1943 को महाराष्ट्र के ‘चिपलूण’ कस्बे में जन्मीं सुमित्रा एक कोंकणस्थ ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखती थीं।1965 में जयंत महाजन से शादी के बाद वो इंदौर आ गई थीं। यहीं से उन्होंने नगर निगम में वरिष्ठ पार्षद, फिर शहर की उप-महापौर, केंद्रीय मंत्री और फिर लोकसभा अध्यक्ष के पद तक का सफर तय किया। आपको उनके विषय में जानकर हैरानी होगी कि वो एक एक राजनीतिक कार्यकर्ता नहीं, बल्कि एक रामकथा वाचिका थीं। शादी के बाद उन्होंने एमए और एलएलबी की पढ़ाई पूरी की। इसी दौरान उनका संपर्क रामायण पर प्रवचन करने वाली इंदौर की मैना ताई गोखले से हुआ और सुमित्रा उनके साथ रहने लगीं। मैना ताई के अस्वस्थ होने पर उनका काम सुमित्रा महाजन ने संभाल लिया और उनके स्थान पर प्रवचन करने लगीं। इसके बाद वो ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ’ की ‘महिला शाखा राष्ट्र सेविका समिति’ और महाराष्ट्रीय महिलाओं के संगठन ‘भगिनी मंडल’ में शामिल हो गईं। साल 1982 में इंदौर नगर निगम चुनावों से उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की और बहुमत से जीत दर्ज की। इसके बाद उन्हें वरिष्ठ पार्षद चुना गया।

इसके बाद साल 1984 में पार्टी ने उन्हें उप-महापौर बनाया। साल 1985 में इंदौर क्रमांक तीन से चुनाव लड़ीं लेकिन वो जीत नहीं पाईं। इस हार का सामना करने के बाद, सुमित्रा ने एक बार फिर अपना पुराना काम प्रवचन संभाल लिया। साल 1989 में अपनी पार्टी भाजपा के कहने पर फिर से राजनीति में वापसी करते हुए इंदौर ने आम चुनाव लड़ीं और कांग्रेस के दिग्गज नेता और देश के गृह मंत्री रह चुके प्रकाशचंद्र सेठी को हरा दिया। उसके बाद उन्होंने लगातार आठ बार इंदौर क्षेत्र का लोकसभा में प्रतिनिधित्व किया। अटल बिहारी सरकार (2002-04)  में वो राज्यमंत्री पद पर रहीं और साल 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार में वो लोकसभा अध्यक्ष बनीं। हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने अपनी उम्र का हवाला देते हुए चुनाव लड़ने से मना कर दिया। बता दें, सुमित्रा महाजन देश की पहली ऐसी महिला सांसद हैं, जो लगातार आठ बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुईं हैं।