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Sri Krishna Janmashtami 2024: आज रात है योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण की जन्माष्टमी, जानिए पूजा के लिए कितना वक्त मिलेगा और कौन से फूल बताए जाते हैं प्रिय

Sri Krishna Janmashtami 2024: भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि चल रही है। दोपहर में रोहिणी नक्षत्र भी लग जाएगा। ऐसे में आज मध्यरात्रि को योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिन पालन करने के लिए भक्त तैयार हैं। इस बार बताया जा रहा है कि वैसे ही संयोग हैं, जिस तरह भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के समय थे।

नई दिल्ली। भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि चल रही है। दोपहर में रोहिणी नक्षत्र भी लग जाएगा। ऐसे में आज मध्यरात्रि को योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिन पालन करने के लिए भक्त तैयार हैं। इस बार बताया जा रहा है कि वैसे ही संयोग हैं, जिस तरह भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के समय थे। ऐसे में आपको ये भी बताना जरूरी है कि भगवान श्रीकृष्ण के जन्म और उनकी पूजा के लिए भक्तों को आज रात कितना वक्त मिलने जा रहा है।

Janmashtami 2023

पंचांग के मुताबिक भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के बाद पूजा के लिए भक्तों को 44 मिनट का ही अच्छा मुहूर्त मिलेगा। रात 12 बजे से 12.44 बजे तक भगवान श्रीकृष्ण के पूजन के लिए सबसे बेहतर वक्त है। मथुरा समेत देश के तमाम मंदिरों में आज ही भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है। मथुरा के पास बरसाना में मंगलवार यानी 27 अगस्त 2024 को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी। मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण के जन्मस्थान के तौर पर मान्यता वाले मंदिर में जन्माष्टमी समारोह का सीधा प्रसारण हर साल की तरह इस बार भी दूरदर्शन पर भक्त देख सकेंगे।

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भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की पूजा के लिए भक्तों को उपवास कर दिन भर प्रभु का स्मरण करना चाहिए। इस दिन तामसी भोजन बिल्कुल नहीं करना चाहिए। साथ ही शराब और अन्य मादक पदार्थों से भी दूरी बनाए रखनी जरूरी है। भगवान श्रीकृष्ण की पूजा के लिए गेंदा, पलाश और कमल के फूल होने चाहिए। इन फूलों के बारे में कहा जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण को ये अति प्रिय हैं। गेंदा, कमल और पलाश के फूलों से पूजा करने से भगवान श्रीकृष्ण की असीम कृपा प्राप्त होने की मान्यता है। साथ ही कहा जाता है कि इन फूलों से पूजा करने से भगवान श्रीकृष्ण इच्छा की पूर्ति भी करते हैं। आज रात 12 बजे पंचोपचार विधि से भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा को नहलाकर फिर विधि विधान से पूजा करने की बात विद्वानों ने कही है।