newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

How To Buy Gold On Akshay Tritiya In Hindi: अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने वाले हैं?, ज्वेलर के यहां जाने से पहले ये जरूरी जानकारी ले लीजिए

How To Buy Gold On Akshay Tritiya In Hindi: आज अक्षय तृतीया है। अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। अक्षय तृतीया पर टनों सोने की बिक्री होती है। अगर आप भी अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने जा रहे हैं, तो ये खबर जरूर पढ़ लीजिए। ताकि पता चल जाए कि जब आप सोना खरीदने किसी ज्वेलर के यहां जाएंगे और वो आपको कैरेट के बारे में बताएगा, तो उस जेवर में कितने फीसदी सोना आपको मिलेगा।

नई दिल्ली। आज अक्षय तृतीया है। अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। अक्षय तृतीया पर टनों सोने की बिक्री होती है। अगर आप भी अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने जा रहे हैं, तो ये खबर जरूर पढ़ लीजिए। ताकि पता चल जाए कि जब आप सोना खरीदने किसी ज्वेलर के यहां जाएंगे और वो आपको कैरेट के बारे में बताएगा, तो उस जेवर में कितने फीसदी सोना आपको मिलेगा।

Gold Hallmarking.

भारत में अमूमन 22 कैरेट और 18 कैरेट के ही जेवर लोग खरीदते हैं। जिन जेवरों में हीरे और अन्य महंगे रत्न लगे होते हैं, उनको आम तौर पर 18 कैरेट में बनाया जाता है। जबकि, हार और बिना रत्नों के नेकलेस ज्यादातर 22 कैरेट में होते हैं। अब हम आपको बताते हैं कि कैरेट से कैसे पता करें कि आपने जो भी जेवर लिया है, उसमें कितना सोना है। पहले बात करते हैं 18 कैरेट की। 18 कैरेट के जेवर में सोने की मात्रा 75 फीसदी होती है। इसमें 25 फीसदी की मिलावट की जाती है। इस वजह से 18 कैरेट सोने के जेवर काफी मजबूत होते हैं और इनमें स्क्रैच वगैरा भी नहीं पड़ता है।

इसके अलावा 21 कैरेट सोने के आभूषण भी बनते हैं। हालांकि, भारत में आपको 21 कैरेट सोने के जेवर कम ही मिलेंगे। 21 कैरेट के जेवर में सोना की मात्रा 87.5 फीसदी होती है। इसमें बाकी मिलावट की जाती है। 21 कैरेट से बने जेवर भी काफी मजबूत होते हैं। वहीं, भारत में सबसे ज्यादा जेवर 22 कैरेट में बनते हैं। 22 कैरेट के जेवर में 91.6 फीसदी सोना होता है। इससे इसकी मजबूती कम होती है। वहीं, 24 कैरेट केे बार, बिस्कुट या सिक्के में 99.9 फीसदी सोना होता है। अगर आप अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने जा रहे हैं, तो ये भी ध्यान रखें कि किसी नामचीन ज्वेलर के यहां ही जाएं। साथ ही सोना या जेवर खरीदने का बिल लें और ये भी जरूर देखें कि जेवर हॉलमार्क है या नहीं। हॉलमार्किंग होने से जेवर में सोने की उचित मात्रा मिलती है।