नई दिल्ली। राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के चुनाव नतीजे बीजेपी के पक्ष में आने के साथ ही विपक्ष के इंडिया गठबंधन के भीतर ही अब सवाल उठने लगे हैं। नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के सांसद सुनील कुमार पिंटू ने न्यूज चैनल आजतक से बातचीत में बताया कि इंडिया गठबंधन की बैठकों में आखिर हो क्या रहा है। सुनील कुमार पिंटू का दावा है कि 28 विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन की बैठकों में सिर्फ चाय और समोसा होता है। जेडीयू सांसद सुनील पिंटू ने कहा कि सीटों के बंटवारे तक इंडिया गठबंधन की इन बैठकों का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने ये भी कहा है कि बिहार में लालू यादव की आरजेडी के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने में सहज नहीं हैं।
सुनील कुमार पिंटू ने एक और बड़ी बात कही। जेडीयू सांसद ने कहा कि 3 राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजों ने साबित कर दिया है कि मोदी हैं, तो मुमकिन है। सुनील पिंटू ने ये भी कहा कि अगर उनको नीतीश कुमार इस्तीफा देने के लिए कहेंगे, तो वो दे देंगे। सुनील कुमार पिंटू के बयान से साफ है कि कांग्रेस और आरजेडी के साथ जाने के मसले पर जेडीयू के भीतर ही असंतोष है। इससे पहले बिहार में बीजेपी और एनडीए के तमाम नेता ये दावा कर चुके हैं कि जल्दी ही नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू टूटकर खत्म हो जाएगी। बीते दिनों उपेंद्र कुशवाहा ने भी ये दावा किया था। अब सुनील पिंटू के बयान से साफ हो रहा है कि नीतीश की पार्टी में अंदरखाने खलबली मची हुई है।
इंडिया गठबंधन की एक बैठक बुधवार को भी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के सरकारी आवास पर हुई थी। इस बैठक में उद्धव ठाकरे की शिवसेना-यूबीटी और ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी का कोई नेता नहीं पहुंचा था। हां, अखिलेश यादव के सांसद चाचा रामगोपाल यादव और सपा की सहयोगी आरएलडी के अध्यक्ष जयंत चौधरी जरूर बैठक में गए थे। बता दें कि पहले खरगे ने इंडिया गठबंधन के नेताओं की बैठक बुधवार को बुलाई थी। ममता बनर्जी, अखिलेश यादव और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने अलग-अलग वजह बताकर इस बैठक में आने से इनकार कर दिया था।