
गुवाहाटी/नई दिल्ली। तमिलनाडु की स्टालिन सरकार और केंद्र की मोदी सरकार के बीच भाषा के मुद्दे पर सियासी जंग चल रही है। इस जंग में गुरुवार को स्टालिन सरकार ने अपने बजट दस्तावेजों से रुपए का चिन्ह (₹) को हटाकर उसकी जगह तमिल प्रतीक चिन्ह से बदल दिया। जिससे सियासत और गर्मा गई। ₹ का चिन्ह तमिलनाडु के ही पूर्व डीएमके विधायक के बेटे प्रोफेसर उदय कुमार धर्मालिंगम ने डिजाइन किया था। जिसके लिए उनको सम्मानित किया गया था। इस मामले पर अब उदय कुमार धर्मालिंगम का बयान आया है। उदय कुमार ने कहा कि उन्होंने ₹ के चिन्ह को 15 साल पहले डिजाइन किया था। उदय कुमार धर्मालिंगम ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि इस तरह की बहस होगी। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु की स्टालिन सरकार की तरफ से किए गए बदलाव के कारणों की पूरी जानकारी उनको नहीं है। शायद बदलाव के पीछे तरीके, विचार और कारण हैं।
#WATCH | Assam: On Tamil Nadu govt replacing the Rupee symbol (₹) with Tamil symbol ‘Ru’ on the State Budget, IIT Guwahati Professor Udaya Kumar Dharmalingam, who had designed the Indian rupee symbol, says, “… I don’t have complete information behind the reasons of this… pic.twitter.com/NXn9ZBgwPe
— ANI (@ANI) March 14, 2025
वहीं, मोदी सरकार में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक्स पर एक लंबे पोस्ट में स्टालिन सरकार पर निशाना साधा है। वित्त मंत्री ने लिखा है कि ये विडंबना है कि डीएमके के पूर्व विधायक के बेटे उदय कुमार ने ₹ का सिंबल डिजाइन किया था। जिसे मिटाकर डीएमके सिर्फ राष्ट्रीय प्रतीक को ही खारिज नहीं कर रही, बल्कि एक तमिल युवा के रचनात्मक योगदान की भी अवहेलना कर रही है। वित्त मंत्री ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि रुपए का प्रतीक चिन्ह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचाना जाता है। उन्होंने लिखा कि ऐसे वक्त जब भारत यूपीआई का उपयोग कर सीमा पार भुगतान पर जोर दे रहा है, तो क्या हमें अपनी मुद्रा के प्रतीक को कमतर आंकना चाहिए। वित्त मंत्री ने स्टालिन सरकार की तरफ से ₹ के चिन्ह को हटाने पर ये भी कहा कि ये राष्ट्रीय एकता के प्रति प्रतिबद्धता को कमजोर करता है। निर्मला सीतारमण ने आगे लिखा कि ये भारत की एकता को कमजोर करने और क्षेत्रीय गौरव के बहाने अलगाववादी भावनाओं को बढ़ावा देता है और खतरनाक मानसिकता है।
The DMK government has reportedly removed the official Rupee symbol ‘₹’ from the Tamil Nadu Budget 2025-26 documents, which will be presented tomorrow.
If the DMK (@arivalayam) has a problem with ‘₹’, why didn’t it protest back in 2010 when it was officially adopted under the…
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) March 13, 2025
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक्स पर लिखी पोस्ट में ये भी कहा कि तमिल में रुपए को रुपाई कहा जाता है। रुपाई की जड़ भी संस्कृत के शब्द रुप्या से है। उन्होंने लिखा है कि संस्कृत शब्द रुप्या का मतलब काम किया हुआ चांदी का सिक्का या गढ़ी हुई चांदी है। वित्त मंत्री ने आगे लिखा है कि ये शब्द तमिल व्यापार और साहित्य में सदियों से है। आज भी तमिलनाडु और श्रीलंका में रुपाई कहते हैं। उन्होंने लिखा कि नेपाल, इंडोनेशिया, मालदीव, श्रीलंका, सेशेल्स और मॉरीशस समेत कई देश आधिकारिक तौर पर रुपया या इसके समतुल्य को अपनी मुद्रा के तौर पर उपयोग करते हैं। ये लग रहा है कि रुपए के प्रतीक चिन्ह के मसले पर जो सियासत गर्माई है, वो फिलहाल थमती नहीं दिख रही। साथ ही सोशल मीडिया में ये मांग भी जोर से उठ रही है कि ₹ का प्रतीक चिन्ह हटाने पर केंद्र सरकार तमिलनाडु सरकार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।