newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Who is Ravi Sinha: जानें कौन हैं IPS रवि सिन्हा?, जिन्हें मिली रॉ चीफ की कमान

ऐसे में उनसे यह उम्मीद की जा सकती है कि वह आगामी दिनों में जम्मू-कश्मीर में जारी आतंकवाद से लेकर पूर्वोत्तर में जारी उग्रवाद को खत्म करने की दिशा में अहम भूमिका निभा सकते हैं। वहीं, रवि सिन्हा के शिक्षा की बात करें, तो उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से सबद्ध सेंट स्टीफेंस क़ॉलेज से पढ़ाई की है। 

नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस ऑफिसर और वर्तमान में कैबिनेट सचिवालय में स्पेशल सेक्रेटरी की जिम्मेदारी संभाल रहे रवि सिन्हा को अब रॉ प्रमुख की कमान सौंपी गई है। अभी इस पद की जिम्मेदारी सीमांत गोयल संंभाल रहे हैं। वे आगामी 30 जून को रिटायर हो रहे हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए अब इस पद पर रवि सिन्हा की नियुक्ति पर मुहर लगी है। कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने उनके नाम पर सहमति की मुहर लगाई है। ध्यान दें कि उन्हें ऐसे वक्त में इस पद की जिम्मेदारी दी गई है, जब वर्तमान में भारत-चीन सीमा विवाद अपने चरम पर है।

हालांकि, इस विवाद के निस्तारण के लिए कई दौरों की वार्ताएं हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक इस वार्ता का कोई सकारात्मक नतीजा निकलकर सामने नहीं आया है। अब ऐसे में जब रवि सिन्हा रॉ प्रमुख की जिम्मेदारी संभालने जा रहे हैं, तो इस विवाद पर उनकी भूमिका कैसी रहती है। देखना दिलचस्प रहेगा। उनके बारे में बताया जाता है कि वो सामरिक क्षेत्र में खूफिया जानकारी जुटाने के लिए आधुनिक तकनीक का सहारा लेते हैं। रवि सिन्हा मूलरूप से बिहार के भोजपुर जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने विधिक शिक्षा ग्रहण करने के बाद खुफिया एजेंसी की ओर से रुख किया, ताकि अपने करियर को धार दे सकें। खुफिया क्षेत्र में उन्हें कई मर्तबा सम्मानित किया जा चुका है। उनके पास खुफिया और सामरिक क्षेत्र से जुड़ी जानकारियों का खजाना है।

ऐसे में उनसे यह उम्मीद की जा सकती है कि वह आगामी दिनों में जम्मू-कश्मीर में जारी आतंकवाद से लेकर पूर्वोत्तर में जारी उग्रवाद को खत्म करने की दिशा में अहम भूमिका निभा सकते हैं। वहीं, रवि सिन्हा के शिक्षा की बात करें, तो उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से सबद्ध सेंट स्टीफेंस क़ॉलेज से पढ़ाई की है। ध्यान दें कि वर्तमान में सामंत गोयल रॉ चीफ हैं। उनके कार्यकाल में कई अभूतपूर्व कार्य किए गए। उन्हीं के कार्यकाल में पाकिस्तान के विरुद्ध बालाकोट एयरस्ट्राइक किया गया था। इसके बाद जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निरस्त किया गया था। जिसमें उनकी महत्ती भूमिका थी। वहीं, बात अगर रॉ प्रमुख भूमिका की करें, तो यह विंग भारत के बाहरी सुरक्षा से जुड़े विषयों को देखता है, जो कि वैश्विक मंच पर भारत के हितों को प्रभावित कर सकती है। रॉ प्रमुख का कार्य सुरक्षा क्षेत्र से जु़ड़े विषयों की जानकारी संग्रहित करना है, ताकि उस दिशा में नीतिगत फैसले लिए जा सकें।