
नई दिल्ली। कल तक जिस बेबाकी और मुखरता के साथ अजय आलोक आपको जेडीयू का हर मसले पर पक्ष रखते दिखते आ रहे थे, अब वो आपको नहीं दिखेंगे। अब आपको जेडीयू के पक्ष में कोई भी तर्क पेश करते हुए नजर नहीं आएंगे, क्योंकि पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से जेडीयू ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है। बता दें कि जेडीयू किसी पूर्व नियोजित लिखित पटकथा के अनरूप पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा रही है। ध्यान रहे कि इससे पहले पार्टी ने आरसीपी सिंह को निलंबित किया था और अजय आलोक के खिलाफ पार्टी ने उपरोक्त एक्शन आरसीपी सिंह से नजदीकियों की वजह से ही लिया है।
वहीं, जेडीयू ने अपनी उपरोक्त कार्रवाई के संदर्भ में कहा कि जहां एक तरफ सीएम नीतीश कुमार पार्टी को आगे बढ़ाने की दिशा में पूरी शिद्दत से काम कर रहे हैं, तो वहीं कुछ नेता अब पार्टी की विचारधारा के विपरीत जाकर काम कर रहे हैं, जिनके खिलाफ अब एक्शन लेने का फैसला लिया जा चुका है। आपको बता दें कि जेडीयू प्रवक्ता अजय आलोक को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोपों की वजह से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। पार्टी ने प्रवक्ता अजय आलोक के साथ-साथ विपिन कुमार यादव को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया है। माना जा रहा है कि जेडीयू आलाकमान की तरफ से पार्टी के उन सभी नेताओं को चिन्हित किए जाने का सिलसिला शुरू किया जा चुका है, जो कि पार्टी गतिविधियों संलिप्त हैं। बताया जा रहा है कि ऐसे सभी नेताओं के खिलाफ आगामी दिनों में एक्शन लिया जा सकता है। बता दें कि अजय आलोक पहले कभी नीतीश कुमार के बेहद खास माने जाते थें।
इतना ही नहीं, वे जेडीयू के कोटे से केंद्र में मंत्री भी रहे थे, लेकिन बाद में उनकी नीतीश कुमार के साथ किसी बात को लेकर अनबन हो गई जिसका नतीजा अब यह है कि उन्हें उनके साथ- साथ उनके करीबियों के खिलाफ भी पार्टी एक्शन मोड में आ चुकी है। अब ऐसी स्थिति में राजनीतिक चश्मे के लिहाज पार्टी की क्या स्थिति रहती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम छोटी बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम