नई दिल्ली। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए जघन्य कांड के राज उगलवाने के लिए आरोपी संजय रॉय का सीबीआई नार्को टेस्ट कराना चाहती थी लेकिन उसे अनुमति नहीं मिली। सीबीआई ने सियालदाह कोर्ट से आरोपी के नार्को टेस्ट की अनुमति मांगी थी। इस संबंध में जांच एजेंसी ने आज आरोपी को कोर्ट के समक्ष पेश किया। ऐसा बताया जा रहा है कि सियालदाह कोर्ट के जज ने आरोपी संजय रॉय से बात की, इस पर संजय ने नार्को टेस्ट के लिए सहमति देने से इनकार कर दिया। इस कारण से कोर्ट ने सीबीआई की मांग अस्वीकार कर दी। इससे पहले सीबीआई आरोपी संजय रॉय का पॉलीग्राफी टेस्ट करा चुकी है।
RG Kar Medical College and Hospital rape-murder case | Arrested accused Sanjay Roy refuses to give consent for Narco analysis test. The Sealdah Court in Kolkata rejected the CBI’s prayer for Sanjay Roy’s narco-analysis test.
— ANI (@ANI) September 13, 2024
ऐसा माना जा रहा है कि सीबीआई आरोपी का नार्को टेस्ट इसलिए कराना चाहती है ताकि यह पता चल सके कि पॉलीग्राफी टेस्ट में आरोपी ने जो कहा क्या वही बात इसमें दोहराता है या इस बार उसके जवाब कुछ अलग होंगे। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार पूर्व प्रिंसिपल और चार अन्य कर्मचारियों का भी सीबीआई पॉलीग्राफी टेस्ट करा चुकी है।
#WATCH | RG Kar Medical College and Hospital rape-murder case | West Bengal: Arrested accused Sanjay Roy being brought out of Sealdah Court in Kolkata.
He was brought to the Court from Presidency Correctional Home for a hearing related to his Narco test. CBI filed a petition to… pic.twitter.com/XhReY58vdb
— ANI (@ANI) September 13, 2024
क्या होता है नार्को टेस्ट
नार्को टेस्ट में इंसान को सच उगलवाने के लिए एक खास तरह का इंजेक्शन दिया जाता है। इसके बाद वो व्यक्ति लगभग अचेत अवस्था में बिल्कुल शून्य हो जाता है। इसके बाद उससे सवाल पूछे जाते हैं। जटिल मामलों को सुलझाने के लिए इस टेस्ट को किया जाता है।
#WATCH | Kolkata | Junior doctors brave rain to continue protest against rape and murder of a woman doctor at RG Kar Medical College and Hospital, in front of Swasthya Bhawan pic.twitter.com/ECCP9e3tUu
— ANI (@ANI) September 13, 2024
उधर, आरजी कर मेडिकल कॉलेज के जूनियर डाक्टरों की हड़ताल अभी भी जारी है। कोलकाता स्थित स्वास्थ्य भवन के बाहर बड़ी संख्या में जूनियर डाक्टर डेरा जमाए हुए हैं। बारिश के बीच भी जूनियर डाक्टर अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। इससे पहले कल ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जूनियर डाक्टरों के 15 सदस्यीय दल को बातचीत के लिए सचिवालय में आमंत्रित किया था। ममता बनर्जी लगभग दो घंटे तक इंतजार करती रहीं लेकिन डाक्टर वार्ता के लिए नहीं पहुंचे।
#WATCH | Kolkata | Junior doctors continue to protest against rape and murder of a woman doctor at RG Kar Medical College and Hospital, in front of Swasthya Bhawan pic.twitter.com/vi7U9tY2XI
— ANI (@ANI) September 13, 2024
जूनियर डाक्टर अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे, ड्यूटी के दौरान अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने, राज्य के स्वास्थ्य सचिव, स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक और कोलकाता पुलिस चीफ के इस्तीफे की मांग पर अड़े हुए हैं। जूनियर डाक्टरों का कहना है कि हमारी साथी डाक्टर के साथ हुए इस जघन्य अपराध में शामिल लोगों की गिरफ्तारी और उनको सख्त सजा दिलाई जाए। पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने भी जूनियर डाक्टरों को काम पर लौटने का निर्देश दिया था इसके बावजूद उनकी हड़ताल अभी जारी है।