
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में नया खुलासा हुआ है। मनोचिकित्सक मोहित राना दीप ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में दावा किया कि पीड़ित डॉक्टर बहुत मानसिक दबाव में थीं। मनोचिकित्सक का दावा है कि रेप और हत्या से एक महीना पहले आरजी कर की महिला डॉक्टर ने उनसे मदद मांगी थी। मोहित ने चैनल से कहा कि पीड़ित डॉक्टर ने उनको बताया था कि लगातार उससे 36 घंटे की ड्यूटी ली जा रही थी। साथ ही शिफ्ट देने में भी आरजी कर मेडिकल कॉलेज प्रशासन भेदभाव कर रहा था। मनोचिकित्सक का कहना है कि पीड़ित महिला डॉक्टर ने उनको ये जानकारी भी दी थी कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय अनियमितताएं हो रही हैं।
आरजी कर मामले में पीड़ित डॉक्टर के बारे में मनोचिकित्सक ने कहा कि उन्होंने उसे दबाव से निपटने के लिए कुछ सलाह दिया था और बाद में फिर काउंसिलिंग के लिए बुलाया था। उससे पहले ही डॉक्टर का रेप और हत्या हो गई। मनोचिकित्सक मोहित राना दीप का कहना है कि वो इस मामले में जो भी जानते हैं, उसके लिए सीबीआई को गवाही भी दे सकते हैं। सीबीआई ने ही आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर की रेप और हत्या की जांच की है। साथ ही सीबीआई आरजी कर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय अनियमितता की भी जांच कर रही है। सीबीआई ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में दवाइयों और उपकरणों की खरीद में धांधली के आरोप में प्रिंसिपल रहे संदीप घोष को गिरफ्तार भी किया था। वहीं, डॉक्टर के माता-पिता ने भी मीडिया से कहा था कि उनकी बेटी वित्तीय अनियमितताओं के खिलाफ आवाज उठा रही थी और इस वजह से उसे प्रताड़ित किया जा रहा था।

आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर से रेप और हत्या की वारदात 9 अगस्त 2024 को हुई थी। इस मामले में कोलकाता पुलिस ने अपने सिविक वॉलेंटियर संजय राय को गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने भी जांच के बाद कोर्ट को बताया था कि संजय राय ने ही आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर की रेप के बाद हत्या की थी। इस पर कोलकाता के सेशन कोर्ट ने संजय राय को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। सीबीआई ने संजय राय को मौत की सजा दिलाने के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट का रुख किया है।