newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Kota Student Suicide: कोटा में 2 और छात्रों की मौत के बाद प्रशासन ने 2 महीने तक कोचिंग सेंटरों में परीक्षा पर लगाई रोक, इस साल 23 ने दी है जान

कोटा के कोचिंग सेंटरों के बारे में कहा जाता है कि यहां से पढ़ने वाले छात्र तमाम प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल जरूर होते हैं। इसी वजह से देश के कोने-कोने से छात्रों को उनके माता-पिता कोटा के कोचिंग सेंटरों में पढ़ने के लिए भेजते हैं।

कोटा। राजस्थान के कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे 2 और छात्रों की खुदकुशी के बाद प्रशासन ने यहां के कोचिंग सेंटरों पर छात्रों की परीक्षा और परीक्षण पर 2 महीने की रोक लगा दी है। बीते कुछ समय में कोटा में परीक्षाओं की तैयारी करने वाले तमाम छात्रों ने खुदकुशी की है। कोटा में छात्रों की खुदकुशी पर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने भी बीते दिनों कोचिंग सेंटरों के मालिकों से बातचीत के दौरान चिंता जताई थी। गहलोत ने कहा था कि नीट या इंजीनियरिंग की परीक्षा पास करने से ही कोई भगवान नहीं हो जाएगा। ये बात छात्रों को समझाने की जरूरत पर गहलोत ने बल दिया था। अब कोटा प्रशासन ने छात्रों की समस्या को देखते हुए कदम उठाया है।

इस बीच, कोटा पुलिस के एएसपी भगवत सिंह हिंगड़ ने मीडिया को बताया कि बीते दो दिन में जिन 2 छात्रों ने खुदकुशी की, उनमें से एक नीट की तैयारी कर रहा था। एएसपी ने बताया कि आज उसकी परीक्षा होनी थी। खुदकुशी करने वाले छात्र की बहन ने पुलिस को बताया है कि उसके भाई के पहले हुई परीक्षा में कम नंबर आ रहे थे। जिस दूसरे छात्र ने खुदकुशी की, उसकी भी परीक्षा थी। परीक्षा देने के बाद उसने बिल्डिंग की छठी मंजिल से छलांग लगाकर जान दे दी। पुलिस के मुताबिक दोनों ही छात्रों का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।

कोटा में इस साल अब तक कोचिंग सेंटरों में पढ़ने वाले 23 छात्र खुदकुशी कर चुके हैं। इससे पहले भी तमाम छात्रों ने कोटा में खुदकुशी की थी। कोटा के कोचिंग सेंटरों के बारे में कहा जाता है कि यहां से पढ़ने वाले छात्र तमाम प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल जरूर होते हैं। इसी वजह से देश के कोने-कोने से छात्रों को उनके माता-पिता कोटा के कोचिंग सेंटरों में पढ़ने के लिए भेजते हैं। यहां तनाव की वजह से छात्रों की खुदकुशी की घटनाएं सामने आती रहती हैं।