कोटा। राजस्थान के कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे 2 और छात्रों की खुदकुशी के बाद प्रशासन ने यहां के कोचिंग सेंटरों पर छात्रों की परीक्षा और परीक्षण पर 2 महीने की रोक लगा दी है। बीते कुछ समय में कोटा में परीक्षाओं की तैयारी करने वाले तमाम छात्रों ने खुदकुशी की है। कोटा में छात्रों की खुदकुशी पर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने भी बीते दिनों कोचिंग सेंटरों के मालिकों से बातचीत के दौरान चिंता जताई थी। गहलोत ने कहा था कि नीट या इंजीनियरिंग की परीक्षा पास करने से ही कोई भगवान नहीं हो जाएगा। ये बात छात्रों को समझाने की जरूरत पर गहलोत ने बल दिया था। अब कोटा प्रशासन ने छात्रों की समस्या को देखते हुए कदम उठाया है।
राजस्थान | “मानसिक सहायता और सुरक्षा प्रदान करने” की निरंतरता में कोटा में कोचिंग सेंटरों पर परीक्षण/परीक्षाएं दो महीने तक रोक दी गईं। pic.twitter.com/7Ta1lKN7RR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 28, 2023
इस बीच, कोटा पुलिस के एएसपी भगवत सिंह हिंगड़ ने मीडिया को बताया कि बीते दो दिन में जिन 2 छात्रों ने खुदकुशी की, उनमें से एक नीट की तैयारी कर रहा था। एएसपी ने बताया कि आज उसकी परीक्षा होनी थी। खुदकुशी करने वाले छात्र की बहन ने पुलिस को बताया है कि उसके भाई के पहले हुई परीक्षा में कम नंबर आ रहे थे। जिस दूसरे छात्र ने खुदकुशी की, उसकी भी परीक्षा थी। परीक्षा देने के बाद उसने बिल्डिंग की छठी मंजिल से छलांग लगाकर जान दे दी। पुलिस के मुताबिक दोनों ही छात्रों का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
#WATCH एक छात्र NEET की तैयारी कर रहा था। आज उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आज उसकी परीक्षा थी और उसकी बहन का कहना है कि उसके नंबर कम आ रहे थे। इससे पहले भी एक और आत्महत्या के मामले की सूचना मिली थी। इस छात्र की भी परीक्षा थी। टेस्ट देने के बाद उसने बिल्डिंग की छठी मंजिल से… pic.twitter.com/n3RkvZXdlX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 28, 2023
कोटा में इस साल अब तक कोचिंग सेंटरों में पढ़ने वाले 23 छात्र खुदकुशी कर चुके हैं। इससे पहले भी तमाम छात्रों ने कोटा में खुदकुशी की थी। कोटा के कोचिंग सेंटरों के बारे में कहा जाता है कि यहां से पढ़ने वाले छात्र तमाम प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल जरूर होते हैं। इसी वजह से देश के कोने-कोने से छात्रों को उनके माता-पिता कोटा के कोचिंग सेंटरों में पढ़ने के लिए भेजते हैं। यहां तनाव की वजह से छात्रों की खुदकुशी की घटनाएं सामने आती रहती हैं।