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Lashkar Hand In Reasi Bus Attack: रियासी में तीर्थयात्रियों की बस पर हमला करने वाले आतंकियों की सुरक्षाबल कर रहे तलाश, लश्कर-ए-तैयबा का घटना में हाथ; 10 लोगों की गई है जान

Lashkar Hand In Reasi Bus Attack: जम्मू के रियासी में बस पर आतंकियों ने करीब 20 मिनट तक फायरिंग की थी। बस में सवार और बच गए लोगों ने मीडिया को बताया कि आतंकी फायरिंग करने के बाद थोड़ी देर रुक जाते और फिर फायरिंग करते थे। घटना के बाद आतंकी फरार होने में कामयाब हो गए।

रियासी (जम्मू)। जम्मू के रियासी में रविवार को तीर्थयात्रियों की बस पर हुए हमले और उसके बाद बस के खाई में गिरने से 10 लोगों की जान गई और 33 अन्य घायल हुए। इस घटना के जिम्मेदार आतंकियों को तलाशने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया गया है। जम्मू के रियासी में बस पर आतंकियों ने करीब 20 मिनट तक फायरिंग की थी। बस में सवार और बच गए लोगों ने मीडिया को बताया कि आतंकी फायरिंग करने के बाद थोड़ी देर रुक जाते और फिर फायरिंग करते थे। अब ये जानकारी सामने आई है कि लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी संगठन ने रियासी में बस पर हमला किया।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक हमले में 3 से 4 आतंकियों के शामिल होने की जानकारी मिली है। बताया जा रहा है कि ये आतंकी कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान से दाखिल हुए। आतंकियों ने हमले के लिए रविवार का दिन इसलिए चुना, क्योंकि दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के मंत्री शपथ ले रहे थे। मोदी सरकार के शपथग्रहण के दिन ही इस बड़े आतंकी हमले से भारत और पाकिस्तान के रिश्ते और खराब होने के आसार हैं। आतंकियों ने रियासी में बस को ठीक वैसे ही निशाना बनाया, जैसा करीब एक दशक पहले अमरनाथ यात्रा पर गए श्रद्धालुओं को बनाया था। पुलिस के मुताबिक शिव खोड़ी से कटड़ा जा रही बस में 53 तीर्थयात्री थे। शाम करीब 6.15 बजे जब बस पोनी इलाके के तेरयाथ गांव के पास पहुंची, तभी आतंकियों ने बस पर अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरू कर दी।

रियासी में हुए इस आतंकी हमले से सुरक्षा एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर प्रशासन के भी कान खड़े हुए हैं। इसकी वजह ये है कि जम्मू संभाग आम तौर पर आतंकवाद की बड़ी घटनाओं का निशाना नहीं बना है। इसके अलावा रियासी जिले में आतंकवाद की घटनाएं काफी कम हुई हैं। फिलहाल केंद्र सरकार ने रियासी आतंकी हमले की जांच के लिए एनआईए की टीम को मौके पर भेजा है। अमित शाह ने भी जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा के अलावा सेना और पुलिस के डीजीपी से बात की है।