
नई दिल्ली। हाल ही में महाराष्ट्र बड़ा सियासी फेरबदल देखने को मिला था। राज्य में बागी हुए एकनाथ शिंदे की चाल से उद्धव ठाकरे की सरकार गिर गई। सत्ता गवाने के साथ ही उद्धव ठाकरे के सामने अपनी पार्टी को भी बचाए रखने की मुश्किल खड़ी हो गई है। दोनों (एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे) के बीच अब शिवसेना (Shiv Sena) के नियंत्रण को लेकर कानूनी लड़ाई जारी है। अब ऐसा ही नजारा जल्द ही तेलंगाना में देखने को मिल सकता है। दरअसल, तेलंगाना भाजपा के प्रमुख बंदी संजय कुमार ने दावा करते हुए कहा कि टीआरएस के 12 विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार हैं। संजय कुमार ने ये भी दावा किया कि मुनुगोड़े में ही नहीं बल्कि राज्य में कई सीटों पर उपचुनाव हो सकते हैं।
अपनी ‘प्रजा संग्राम पदयात्रा’ के तीसरे दिन मीडिया से बात करते हुए तेलंगाना भाजपा के प्रमुख बंदी संजय कुमार ने दावा करते हुए कहा कि टीआरएस विधायक सत्तारूढ़ दल से इस्तीफा देने की तैयारी कर रहे हैं। नाराज टीआरएस विधायकों का ये मानना है कि इस सरकार में उनका कोई भविष्य नहीं है। यही कारण है कि टीआरएस सरकार के खिलाफ विद्रोह मजबूत हो रहा है।
राज्य का भविष्य तय करेगा मुनुगोड़े उपचुनाव
बंदी संजय कुमार ने मुनुगोड़े उपचुनाव को लेकर कहा कि ये चुनाव राज्य का भविष्य तय करेगा। अगर चुनाव होता है तो हाल ही के एक सर्वेक्षण के अनुसार भाजपा को 62 सीटें हासिल हो सकती है। बंदी संजय कुमार की मानें तो टीआरएस प्रशासन के प्रति बढ़ती सार्वजनिक शत्रुता के कारण भाजपा के अपेक्षित वोट शेयर में बढ़ोतरी होगी।
इसके आगे बंदी संजय कुमार ने कांग्रेस सांसद कोमातीरेड्डी वेंकट रेड्डी (मुनुगोड़े विधायक राज गोपाल रेड्डी के भाई) के भी भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर बोलते हुए कहा, “जो कोई भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्वास करता है उसका पार्टी में शामिल होने का स्वागत है। वेंकट रेड्डी लंबे समय से टीआरएस के खिलाफ लड़ रहे हैं।” अब देखना होगा कि तेलंगाना में बंदी संजय कुमार का ये बयान क्या सियासी बवाल लाता है।