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Live: चमोली में ग्लेशियर टूटने से तबाही, 10 शव मिले, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने जताई संवेदना, PM & CM ने किया मुआवजे का ऐलान

उत्तराखंड (Uttarakhand Glacier Tragedy) के चमोली जिले के रैनी में रविवार को कुदरत का कहर देखने को मिला है। वहां ग्लेशियर फट गया जिसमें कई घर बह गए। ये खबर सामने आने के बाद उत्तराखंड प्रशासन हाई अलर्ट पर है साथ ही कई इलाकों में भी अलर्ट जारी कर दिया है।

नई दिल्ली। उत्तराखंड (Uttarakhand Glacier Tragedy) के चमोली जिले के रैनी में रविवार को कुदरत का कहर देखने को मिला है। वहां ग्लेशियर फट गया जिसमें कई घर बह गए। ये खबर सामने आने के बाद उत्तराखंड प्रशासन हाई अलर्ट पर है साथ ही कई इलाकों में भी अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं राज्य के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) भी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं।

Chamoli

अपडेट

उत्तराखंड प्रांत में एक ग्लेशियर के फटने के बाद फ्रांस ने भारत के साथ पूरी एकजुटता व्यक्त की, जिससे 100 से अधिक लोग लापता हो गए। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए लिखा कि उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने के बाद फ्रांस पूरी तरह से भारत के साथ एकजुट है, जिसमें 100 से अधिक लोग लापता हो गए हैं। हमारी संवेदना उनके और उनके परिवारवालों के साथ है।

चमोली में आई आपदा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जाहिर किया है। इसके साथ ही आपदा में जान गंवाने वाले लोगों के प्रियजनों को 2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों को 50 हजार रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि केंद्र सरकार पूरी मदद कर रही है। पीएम मोदी और गृह मंत्री ने फोन पर तत्काल बात की और हरसंभव मदद की बात कही। एसडीआरएफ और मेडिकल टीम तैनात है। इसके अलावा मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपयों का मुआवजा देने का ऐलान भी किया।

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि भारतीय सेना मौके पर पहुंच गई है, एनडीआरएफ की टीम देहरादून पहुंच गई है और चमोली के रूट पर है। डॉक्टरों की टीम भी वहां पर पहुंच गई है। इसके साथ ही उपकरणों के साथ 60 एसडीआरएफ कर्मियों की एक टीम मौके पर पहुंच गई है।

चमोली में तपोवन डैम के पास निर्माणाधीन टनल से ITBP ने सभी 16 लोगों को बचा लिया है। राहत कार्य के लिए नेवी की 7 डाइविंग टीमें अलर्ट पर रखी गई हैं।

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राहत की खबर देते हुए एक वीडियो शेयर किया है। जिसमें वो बता रहे हैं कि कर्णप्रयाग में पानी के बहाव की स्थिति ठीक है।

उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि तपोवन बांध में फंसे 16 लोगों को पुलिस ने सुरक्षित स्थानों पर भेजा है।

आईटीबीपी ने बताया कि चमोली के तपोवन इलाके में एनटीपीसी साइट से तीन शव बरामद हुए हैं।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जोशीमठ के तपोवन इलाके में सेना और आईटीबीपी के जवानों से ग्लेशियर टूटने से हुए नुकसान की जानकारी ली।

उत्तराखंड के मुख्य सचिव ने बताया कि NDRF रवाना हो चुकी है। ITBP के जवान वहां पहुंच चुके हैं। हमारी SDRF की टीम भी वहा पहुंच चुकी है। सारे जगह रेड अलर्ट हो चुका है। 100-150 के बीच जनहानि हो सकती है।

भारतीय सेना का कहना है कि सेना ने बाढ़ से निपटने के लिए उत्तराखंड सरकार और NDRF को समर्थन देने के लिए हेलिकॉप्टरों और सैनिकों को तैनात किया है। ऋषिकेश के निकट सैन्य स्टेशन सक्रिय रूप से स्थानीय प्रशासन के साथ बचाव और राहत कार्यों के समन्वय में शामिल है। स्थिति की निगरानी सेना मुख्यालय कर रहा है।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि ग्लेशियर फटने से वहां बन रहे बांध को क्षति पहुंची है। मानवक्षति के बारे में अभी अधिकृति तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है। पानी की तीव्रता चमोली तक आते-आते काफी कम हो गई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से बात की। उन्होंने बचाव और राहत कार्य का जायज़ा लिया। अधिकारी प्रभावित लोगों को हर संभव मदद प्रदान करने के लिए काम कर रहे हैं

इस दौरान उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक राहत की खबर दी है। उन्होंने बताया, ”राहत की खबर ये है कि नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है। नदी का जलस्तर सामान्य से अब 1 मीटर ऊपर है लेकिन बहाव कम होता जा रहा है। राज्य के मुख्य सचिव, आपदा सचिव, पुलिस अधिकारी एवं मेरी समस्त टीम आपदा कंट्रोल रूम में स्थिति पर लगातार नजर रख रही है।”

वहीं, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी इस हादसे पर ट्वीट कर दुख जताया और साथ ही उत्तराखंड की मदद करने की बात भी कही है। उन्होंने लिखा, ”देवभूमि उत्तराखंड में उत्पन्न हुई इस प्राकृतिक आपदा से निपटने हेतु उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।” आगे उन्होंने लिखा, ”उत्तराखंड में बांध टूटने से उत्पन्न हुई परिस्थितियों के दृष्टिगत प्रदेश के सभी संबंधित विभागों व अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने तथा SDRF को राहत कार्यों हेतु तत्पर रहने को कहा है।”

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ”उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा की सूचना के संबंध में मैंने CM त्रिवेंद्र सिंह रावत, DG ITBP व DG NDRF से बात की। सभी संबंधित अधिकारी लोगों को सुरक्षित करने में युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं। NDRF की टीमें बचाव कार्य के लिए निकल गयी हैं। देवभूमि को हर संभव मदद दी जाएगी।”

गंगा नदी के किनारे स्थित सभी जिलों के DM/SSP/SP को भी पूर्णतः सतर्क रहने हेतु निर्देशित किया है। इस हादसे में 100 से 150 लोगों के गायब होने की खबर है। बचाव कार्य में आईटीबीपी के 200 से ज्यादा जवान जुटे हुए हैं। वहीं मौके पर SDRG की 10 टीमें भी पहुंचीं हैं। हरिद्वार, ऋषिकेष और श्रीनगर में अलर्ट जारी किया गया है।

वहीं, चमोली जिले के नदी के किनारे रह रहे लोगों को पुलिस लाउडस्पीकर से जानकारी दे रही है और उन्हें अलर्ट कर रही है। वहीं चमोली हेडक्वार्टर-पोस्ट जोशीमठ से हेड कांस्टेबल मंगल सिंह ने जानकारी दी है कि “मुझे जोशीमठ से समय 10:55 बजे थाना सूचना मिली की रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने की सूचना मिली जिसके बाद टीम समय 11 बजे रवाना हुई। सेनानायक महोदय के आदेशानुसार पोस्ट गौचर/श्रीनगर/रतूड़ा टीम अलर्ट दशा में है।”