
ग्वालियर। इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड में अब मेघालय पुलिस ने लोकेंद्र तोमर नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। प्रॉपर्टी डीलर सिलोम जेम्स के मोबाइल से हुए चैट में लोकेंद्र तोमर का नाम आया है। लोकेंद्र तोमर पर आरोप है कि उसने राजा रघुवंशी की हत्या के बाद सबूत मिटाए। मेघालय पुलिस का कहना है कि लोकेंद्र तोमर ने ही सिलोम जेम्स को सबूत नष्ट करने के लिए कहा था। उसके कहने के बाद ही सिलोम जेम्स ने राजा रघुवंशी की पत्नी सोनम का बैग जलाया था। बताया जा रहा है कि सोनम रघुवंशी के बैग में पिस्टल, 5 लाख रुपए और राजा रघुवंशी के जेवर थे। जले हुए बैग के हिस्से मेघालय पुलिस ने बरामद किए हैं।

लोकेंद्र तोमर के बारे में बताया जा रहा है कि वो सोमवार शाम को इंदौर से ग्वालियर पहुंचा था। जिसकी जानकारी मिलने पर मेघालय पुलिस ने ग्वालियर पहुंचकर लोकेंद्र तोमर को गिरफ्तार किया। राजा रघुवंशी की हत्या मई में हुई थी। 2 जून को राजा रघुवंशी का शव मेघालय में एक खाई से मिला था। तब राजा की पत्नी सोनम लापता थी। आरोप है कि राजा रघुवंशी की हत्या करने वाले विशाल ने सिलोम जेम्स से फ्लैट किराए पर लिया और राजा की हत्या के बाद इंदौर आकर सोनम इस फ्लैट में छिपी थी। फिर वो इंदौर से वाराणसी गई और वहां सरकारी बस से यूपी के गाजीपुर पहुंची। सोनम ने गाजीपुर के एक ढाबे पहुंचकर अपने भाई गोविंद रघुवंशी को फोन किया था। जिसके बाद गोविंद ने इंदौर पुलिस को सूचना दी और वहां से जानकारी मिलने के बाद गाजीपुर पुलिस ने सोनम को हिरासत में लेकर मेघालय पुलिस को सौंपा था।

मेघालय पुलिस का आरोप है कि सोनम का अपने पिता की फैक्ट्री में काम करने वाले राज कुशवाहा से प्रेम संबंध था। इसी वजह से राज कुशवाहा और सोनम ने राजा रघुवंशी की हत्या की साजिश रची। सोनम और राजा रघुवंशी हनीमून के लिए मेघालय गए। पुलिस के मुताबिक राज कुशवाहा ने विशाल, आनंद और एक अन्य को राजा रघुवंशी की हत्या के लिए मेघालय भेजा। जहां तीनों ने सोनम के सामने ही राजा रघुवंशी की हत्या की और शव को गहरी खाई में धकेल दिया। इसके बाद सोनम और राजा का फोन स्विच्ड ऑफ आ रहा था। सोनम ने गिरफ्तारी के बाद दावा किया कि उसे अगवा कर लिया गया था, लेकिन मेघालय पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सबूतों के आधार पर राजा रघुवंशी की पत्नी को गिरफ्तार किया था। राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में मेघालय पुलिस अब तक 7 आरोपियों की गिरफ्तारी कर चुकी है।