लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ के लुलु मॉल में नमाज पढ़कर विवाद खड़ा करने के मामले में गिरफ्तार चार आरोपियों से पुलिस की पूछताछ जारी है। अन्य आरोपियों की तलाश भी पुलिस कर रही है। 14 जुलाई को नमाज का वीडियो सामने आने के बाद लुलु मॉल प्रबंधन ने इन सभी के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी थी। हिंदी अखबार ‘नवभारत टाइम्स’ के मुताबिक लुलु मॉल में महज 18 सेकेंड नमाज पढ़ने वाले आरोपियोँ में शामिल मोहम्मद रेहान मदरसे में पढ़ता है। उसका घर लखनऊ के खुर्रमनगर के अबरार नगर में है। पकड़े गए दूसरे युवक का नाम आतिफ खान है। वो भी अबरार नगर के मदरसे में दीनी तालीम हासिल कर रहा है।
आतिफ ने पुलिस को बताया है कि उसका मूल निवास लखीमपुर खीरी जिले के मोहम्मदी में है। अखबार के मुताबिक पुलिस के हत्थे चढ़े तीसरे युवक का नाम मोहम्मद लुकमान है। वो एक मदरसा चलाता है। लुकमान मूल रूप से सीतापुर जिले के लहरपुर इलाके के मंगोलपुर गांव का है। वो बाकी तीन आरोपियों से उम्र में बड़ा है। वो भी अबरार नगर में रहता था। पुलिस को पूछताछ में चारों ने बताया है कि वे लोग दो गुट में बंटकर मॉल में आए थे। उनका इरादा नमाज पढ़ने जैसा दिखाकर वीडियो बनाना था। पुलिस को शक है कि दूसरे गुट और गिरफ्तार युवकों के बीच पहले से संपर्क है।
गिरफ्तार लोगों में चौथा आरोपी मोहम्मद नोमान है। वो भी मदरसे में पढ़ता है और अबरार नगर का ही रहने वाला है। उसका मूल निवास सीतापुर का मंगोलपुर गांव है। यानी ये सभी लखनऊ के एक ही इलाके में रहते रहे हैं। पुलिस के मुताबिक नोमान और लुकमान भाई हैं। रेहान, नोमान और आतिफ तीनों ही अलग-अलग मदरसों से दीनी तालीम ले रहे थे। इनकी उम्र 19 से 20 साल है। पहले ये सभी ग्राउंड फ्लोर पर नमाज अदा करता वीडियो बनाने की कोशिश में थे। वहां सिक्योरिटी गार्ड ने उन्हें रोक दिया था। इसके बाद लुलु मॉल की दूसरी मंजिल पर खाली जगह देखकर उन्होंने नमाज अदा करने वाला वीडियो बनाया और दो गुट में बंटकर ही मॉल से बाहर चले गए।