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Atiq Ahmed: पाक से हथियारों के एवज में युवाओं को आतंकी बनाने भेजते थे माफिया अतीक और अशरफ! एटीएस जांच में चौंकाने वाला खुलासा

यूपीएटीएस ने सितंबर 2021 में जीशान कमर नाम के आतंकी को पकड़ा था। वो पाकिस्तान जाकर हथियारों की ट्रेनिंग लेकर आया था। भारत में जीशान आतंकी गतिविधियां करना चाहता था। साल 2017 में अतीक के भाई अशरफ ने बतौर पूर्व विधायक पासपोर्ट अफसर को जीशान कमर का पासपोर्ट बनाने के लिए सिफारिशी चिट्ठी भेजी थी।

अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ।

प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम अशरफ की हत्या के बाद दोनों के बारे में लगातार बड़े और चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। ताजा खुलासा यूपीएटीएस की जांच में हुआ है। न्यूज चैनल आजतक के मुताबिक एटीएस की जांच में पता चला है कि अतीक और अशरफ, युवाओं को विदेश भेजकर आतंकी संगठनों से जोड़ने का काम करते थे। इसके बदले में ड्रोन के जरिए पंजाब के रास्ते माफिया को हथियारों की खेप मिलती थी। बता दें कि अतीक ने मौत से पहले पूछताछ में यूपी पुलिस से ये बात मानी थी कि उसको पाकिस्तान से हथियार मिलते थे। पुलिस ने अतीक और अशरफ के रिमांड नोट में भी ये दावा किया था कि माफिया और उसका भाई कश्मीर के आतंकी संगठनों से रिश्ते रखते हैं।

ashraf letter for zeeshan qamar
आतंकी जीशान कमर (दाएं) को पासपोर्ट दिलाने के लिए अशरफ ने लिखी थी ये सिफारिशी चिट्ठी।

दरअसल, यूपीएटीएस ने सितंबर 2021 में जीशान कमर नाम के आतंकी को पकड़ा था। वो पाकिस्तान जाकर हथियारों की ट्रेनिंग लेकर आया था। भारत में जीशान आतंकी गतिविधियां करना चाहता था। साल 2017 में अतीक के भाई अशरफ ने बतौर पूर्व विधायक पासपोर्ट अफसर को जीशान कमर का पासपोर्ट बनाने के लिए सिफारिशी चिट्ठी भेजी थी। इस चिट्ठी में कहा गया था कि वो जीशान को जानता है और जल्दी उसका पासपोर्ट बना दिया जाए। अब यूपीएटीएस ऐसे लोगों का पता लगा रही है, जिनका पासपोर्ट बनाने के लिए माफिया अतीक और अशरफ ने सिफारिशी चिट्ठियां लिखी हों।

murder of atiq ahmed
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या 15 अप्रैल 2023 को कर दी गई थी।

अतीक और अशरफ की तीन शूटरों सनी सिंह, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य ने 15 अप्रैल 2023 की रात करीब 10.30 बजे प्रयागराज के कॉल्विन हॉस्पिटल परिसर में ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी थी। तीनों शूटरों ने 16 सेकेंड में 2 जिगाना पिस्टल और एक देशी पिस्टल से 34 राउंड फायरिंग की थी। अतीक की कनपटी समेत जिस्म पर 8 गोलियां लगी थीं। जबकि, अशरफ के शरीर में 5 गोलियां लगने का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से हुआ था। अतीक और अशरफ को पुलिस उमेश पाल हत्याकांड में पूछताछ के सिलसिले में गुजरात की साबरमती जेल और बरेली जेल से लेकर आई थी।