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Aryan Khan के समर्थन में फिर नवाब मलिक, अब NCB के गवाहों पर खड़े कर रहे सवाल; भड़के यूजर्स ने दागे सुशांत पर सवाल

नवाब मलिक ने NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े की वकील बहन जैसमीन वानखेड़े की फ्लेचर पटेल नाम के एक शख्स के साथ तस्वीर दिखाते हुए आरोप लगाया कि एक तरफ तो जहां फ्लेचर जैसमीन का मुंह बोला भाई है, वहीं दूसरी ओर फ्लेचर NCB के कई मामलों में पंच विटनेस होता है।

नई दिल्ली। महाराष्ट्र में ड्रग मामले में एनसीबी की कार्रवाई पर अब जमकर राजनीति हो रही है। रोज नए आरोप -प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। एनसीपी के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने एनसीबी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। लगभग रोजाना वे एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर एनसीबी पर एक नया आरोप लगाते हैं और एनसीबी पर सवाल खड़े कर रहे हैं। इतना ही नहीं, कहने वाले तो ये तक कह रहे हैं कि आर्यन खान अल्पसंख्यक समुदाय से आता है इसलिए उसे फंसाया जा रहा है। इतना ही नहीं, नवाब मलिक ने तो बाकायदा एनसीबी मुंबई चीफ समीर वानखेड़े के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है!

दरअसल शनिवार को नवाब मलिक ने एक तस्वीर शेयर करते हुए पूछा कि फ्लेचर पटेल कौन हैं? नवाब मलिक का दावा है कि फ्लेचर पटेल का एनसीबी चीफ समीर वानखेड़े के साथ कोई संबंध है। नवाब मलिक ने NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े की वकील बहन जैसमीन वानखेड़े की फ्लेचर पटेल नाम के एक शख्स के साथ तस्वीर दिखाते हुए आरोप लगाया कि एक तरफ तो जहां फ्लेचर जैसमीन का मुंह बोला भाई है, वहीं दूसरी ओर फ्लेचर NCB के कई मामलों में पंच विटनेस होता है। नवाब मलिक ने पूछा है कि Fletcher Patel कौन हैं? उसका NCB और उसके एक अधिकारी से क्या संबंध है? इस तस्वीर में Fletcher Patel किसी साथ नजर आ रहे हैं, जिसे वह ‘माई लेडी डॉन’ कहते हैं. यह ‘लेडी डॉन’ कौन है?

यहां सिर्फ नवाब मलिक ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र सरकार भी एनसीबी पर सवाल खड़े कर रही है। खुद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एनसीबी पर सवाल उठाते हुए कहा कि “पूरी दुनिया में मेरे महाराष्ट्र में ही गांजा- चरस का तूफान व्यापार चल रहा है, ऐसा सब जगह बताया जा रहा है। मैं फिर से बता रहा हूं, कि जो हमारी संस्कृति है आंगन में तुलसी लगाने की है। लेकिन ऐसा दिखाया जा रहा है जैसे अब तुलसी की जगह गांजा लगाया जा रहा हो। ऐसा जान बूझकर क्यों कर रहे हो?

नवाब मलिक एनसीबी पर सवाल खड़ा कर रहे हैं लेकिन आम लोग नवाब मलिक पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। लोगों का सवाल है कि आख़िरकार गवाहों पर सवाल खड़ा कर क्या साबित करना चाहते हैं नवाब मलिक? इतना ही नही कुछ लोगों का कहना तो ये भी है कि जब सुशांत सिंह राजपूत केस में ड्रग को उछाला गया था तब कहां थी महाराष्ट्र सरकार, तब कहां थे नवाब मलिक?

 

वहीं महाराष्ट्र बीजेपी उद्धव सरकार पर ड्रग्स कारोबार से जुड़े लोगों को बचाने का आरोप लगा रही हैं। हालांकि सवाल तो ये भी उठता है कि जब खुद आर्यन खान ने इस बात को स्वीकार कर लिया है कि वे ड्रग लेते थे तो फिर इसमें राजनीति क्यों हो रही है? अगर आर्यन खान बेगुनाह हैं तो कोर्ट उन्हें बरी कर देगा। अगर आर्यन खान बेगुनाह साबित होकर बाहर आते हैं, उसके बाद अगर एनसीपी के मंत्री या नेता सियासत करते तब बात थोड़ी समझी भी जा सकती थी। फिलहाल महाराष्ट्र में राजनीति करने के लिए नेताओं को एक मुद्दा मिल गया है!