
मुंबई। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रह चुके एनसीपी के बड़े नेता जितेंद्र आव्हाड एक बार फिर विवादों में हैं शुक्रवार को फिल्म के प्रदर्शन को रुकवाने के लिए पहुंचे आव्हाड को ठाणे पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। कल उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। इससे पहले उन्हें शाम आठ बजे सिविल अस्पताल में मेडिकल चेक अप के लिए लाया गया। अरेस्ट होने के बाद जितेंद्र आव्हाड ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज से जुड़े इतिहास के तथ्यों को विकृत करने के खिलाफ उन्होंने आवाज उठाई, इसीलिए उन्हें अरेस्ट किया गया। इस बीच मराठी अभिनेत्री केतकी चितले ने उन पर मोलेस्टेशन का आरोप लगाया है।
आपको बता दें कि इस मामले में जितेंद्र आव्हाड के अलावा उनके 11 समर्थकों पर भी ठाणे के वर्तकनगर पुलिस ने कार्रवाई की है। राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस के समर्थकों का कहना है कि फिल्म प्रदर्शन को रुकवाने पहुंचे जितेंद्र आव्हाड दर्शकों के साथ दादागिरी से पेश आ रहे थे। एक दर्शक की पिटाई की गई। जितेंद्र आव्हाड के समर्थकों का कहना है कि दर्शकों ने आपस में ही मारपीट की। जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज के लिए वे फांसी चढ़ने को भी तैयार हैं। उनके अरेस्ट के खिलाफ एनसीपी कार्यकर्ता आक्रामक हो गए हैं और प्रदर्शन और घेराव कर रहे हैं।
केतकी चितले ने मोलेस्टेशन का केस दर्ज कराने को भेजा वकील
आपको बता दें कि अब एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं क्योंकि अब इस मामले में मराठी अभिनेत्री केतकी चितले की एंट्री हो गई है। केतकी चितले ने अपनी वकील के माध्यम से पुलिस से अपील की है कि जितेंद्र आव्हाड के खिलाफ मोलेस्टेशन का केस भी दर्ज किया जाए। यह वही अभिनेत्री है जिन्हें एनसीपी प्रमुख शरद पवार के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट लिखने की वजह से महाविकास आघाड़ी की सरकार के वक्त जेल में रहना पड़ा था।
केतकी चितले ने जितेंद्र आव्हाड पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा है उन्होंने मेरा शोषण किया है। इज़के साथ ही केतकी चितले का ये भी आरोप है कि जितेंद्र आव्हाड पर मारपीट से जुड़ी जो धाराएं लगाई गई हैं, उसमें जमानत तुरंत मिल जाएगी। उन पर मोलेस्टेशन से संबंधित धाराएं लगाई जाएं क्योंकि विवियाना मॉल में जिस दर्शक के साथ मारपीट की गई, उनकी पत्नी के साथ आव्हाड के कार्यकर्ताओं ने बदतमीजी की। केतकी चितले द्वारा एनसीपी के नेता पर जो आरोप लगाए गए हैं उसके बाद एनसीपी इन सभी आरोपों से बजती हुई नजर आ रही है। वहीं दूसरी तरफ मौके की तलाश कर रहा विपक्ष अब एनसीपी पर निशाना शादी में लगा हुआ है।