newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Darshan Hiranandani: महुआ मोइत्रा ने पैसे लेकर पूछे संसद में सवाल?, अब दर्शन हीरानंदानी ने तोड़ी चुप्पी, बताई अंदर की सच्चाई

Darshan Hiranandani: महुआ मोइत्रा एक महत्वाकांक्षी महिला हैं, जो कि राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित करना चाहती थी, तो उसके करीबियों ने उसे सलाह दिया कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा प्रहार करें। इससे उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी।

नई दिल्ली। बीजेपी नेता व केंद्रीय मंत्री निशिकांत दुबे ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर संसद में पैसे लेकर सवाल पूछने का आरोप लगाया था। बीजेपी नेता ने कहा था कि महुआ व्यापारी दर्शन हीरानंदानी से लेकर पैसे लेकर उनसे जुड़े हितों पर सवाल पूछती है। इतना ही नहीं, दर्शन हीरानंदानी ने एक आंकड़े का हवाला देते हुए कहा था कि महुआ द्वारा पूछे गए 80 फीसद सवाल दर्शन हीरानंदानी से जुड़े हुए हैं। वहीं, महुआ ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर इसे राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित बताया। इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाने वाले निशिकांत दुबे के खिलाफ कोर्ट में मानहानि का मामला भी दर्ज करावाया है। बहरहाल, अब आगामी दिनों में इस पूरे मामले में क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर तो सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि इस पूरे मामले में अब खुद व्यापारी हीरानंदानी ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। आइए, आगे रिपोर्ट में आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है?

बता दें कि व्यापारी दर्शन हीरानंदानी ने इस पूरे प्रकरण पर पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने सबसे पहले टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की जमकर तारीफ की। उन्होंने बताया कि उनकी मुलाकात महुआ मोइत्रा से कैसे हुई? कैसे वो आगे चलकर उनकी एक अच्छे मित्र के रूप में तब्दील हो गई? इसके अलावा दर्शन हीरानंदानी ने महुआ मोइत्रा पर लग रहे आरोपों पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है? उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी, बीजेपी सरकार, विपक्षी दल और अडानी प्रकरण सहित कई अन्य मुद्दों पर अपनी राय विस्तारपूर्वक अपने पत्र में समाहित की है? इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि आखिर क्यों महुआ मोइत्रा पर इस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं?

अपने पत्र में दर्शन हीरानंदानी ने कहा कि 2017 में बंगाल ग्लोबल समिट में उनकी मुलाकात टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा से हुई थी, जो कि उस समय एक विधायक थीं। महुआ से मिलने के बाद मुझे वो प्रभाशाली, ज्ञानवर्धक और उत्प्रेरिक लगीं। महुआ एक ऐसी शख्सियत हैं, जिन्हें व्यापार और अर्थव्यवस्था का अद्भुत ज्ञान है। इस बीच बंगाल, दिल्ली और कई मौकों पर विदेश में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में भी मेरी उनसे मुलाकात हुई। हालांकि, इस दौरान मेरी उनसे फोन पर भी वार्ता होती रही। जब मैं दुबई आ गया। उस वक्त भी मेरा उनसे संपर्क बना रहा। वो हमेशा से ही नई चीजों को जानने वाले लोगों में से रही हैं। इस बीच वो 2019 में कृष्णानंगर से लोकसभा सांसद बनीं, जो कि उनके करियर का मील का पत्थर साबित हुआ। हालांकि, इस बीच उन्हें राज्यसभा सीट की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया, क्योंकि लोकसभा में रहकर लोगों की नुमाइंदगी करते हुए सरकार से सवाल पूछना चाहती थीं। वहीं, इस बीच मेरी उनसे मुख्तलिफ मंचों पर मुलाकात होती रही।

nishikantdubeymahuamoitra

महुआ मोइत्रा एक महत्वाकांक्षी महिला हैं, जो कि राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित करना चाहती थी, तो उसके करीबियों ने उसे सलाह दिया कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा प्रहार करें। इससे उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी। लेकिन समस्या यह थी कि प्रधानमंत्री मोदी किसी को भी शिकायत का मौका नहीं देते हैं, लेकिन इस बीच अदानी का मुद्दा सुर्खियों में आया है। सभी विपक्षी अदानी को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर हुए और खास बात यह रही कि दोनों एक ही प्रदेश से आते हैं। हीरानंदानी ने पत्र में यह बात स्वीकारी है कि व्यापार जगत में अदानी के उदय ने अन्य व्यापारियों के दिलों में ईष्या पैदा की है। इन्हीं सब परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए महुआ मोइत्रा ने अदानी मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री पर सीधा हमला करना शुरू किया।

इतना ही नहीं, दर्शन हीरानंदानी ने अपने पत्र में इस बात को स्वीकार किया कि जो सवालों का सेट मैंने व्यापारी अदानी को लेकर भेजा था, उससे वो बहुत खुश हुई। उसने मुझे कहा कि उसे अदानी का मुद्दा उठाने की वजह से विपक्षी दल सहित मीडिया के एक पक्ष द्वारा समर्थन मिल रहा है, जिससे वो अभिभूत है, इसलिए उसने मुझसे हमेशा समर्थन की मांग करती रही। इतना ही नहीं, उसने मुझे अपना पार्लियामेंट को आईडी और पासवर्ड भी दिया और कहा कि मैं अपनी तरफ से अदानी को लेकर इस पर सवाल पोस्ट कर सकता हूं। वहीं, इस मुद्दे को लेकर महुआ मोइत्रा की कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अंतरराष्ट्रीय मीडिया संगठनों से भी मुलाकात होती रही। उधर, इस दौरान मेरी महुआ मोइत्रा से दोस्ती प्रगाढ़ होती गई और मुझे यह भी लगा कि मैं विपक्षी शासित राज्यों में अपनी सरकार बना पाएंगे। कई बार मुझे लगा कि महुआ मेरा अनुचित फायदा भी उठा रही है।