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बंगाल में JP नड्डा पर हमला, ममता ने बताया ड्रामा, पूछा- इतनी सुरक्षा के रहते कोई कैसे छू सकता है?

Attack on JP Nadda: भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा(BJP JP Nadda) ने कहा कि, “बंगाल(West Bengal) संस्कृति, सभ्यता के लिए जाना जाता है, लेकिन ममता जी ने जिस तरह का कृत्य किया है, जिस तरह से वो सरकार चला रही हैं, उन्होंने बंगाल को आज नीचे लाने का काम किया है।

नई दिल्ली। गुरुवार को पश्चिम बंगाल में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले को लेकर भाजपा नेताओं की तरफ से निंदा वाले बयान सामने आए। ममता सरकार की आलोचना करते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्वीट में लिखा कि, “प. बंगाल में भाजपा के मा. राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा जी के काफिले पर हिंसक हमला अक्षम्य व निंदनीय है। यह हमला तृणमूल कांग्रेस की आगामी चुनावों में संभावित हार से उपजी हताशा का प्रतीक है। यह घटना लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली है, दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई होनी चाहिए।” वहीं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि, बंगाल में आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा जी के क़ाफ़िले पर हमला – बंगाल में कानून-व्यवस्था पूरी तरह खत्म होने का सबूत है। इसकी हम भर्त्सना करते हैं। ममता बनर्जी को अब सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं। वैसे भी जनता उनको बेदखल कर देगी।

JP Nadda

इस आलोचना के बाद अब ममता बनर्जी ने पलटवार करते हुए इसे पूरी तरह से नौटंकी बताया है। इस घटना को लेकर ममता ने कहा कि, “नाटक और हॉग मीडिया के जरिए बीजेपी लोगों को रैली तक नहीं ला सकी। क्या इसकी योजना बनाई गई? उन्होंने कैसे वीडियो तैयार किए। जबकि बीएसएफ और सीआरपीएफ के रहते कोई आपको कैसे छू सकता है?”

वहीं इस हमले को लेकर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि, “बंगाल संस्कृति, सभ्यता के लिए जाना जाता है, लेकिन ममता जी ने जिस तरह का कृत्य किया है, जिस तरह से वो सरकार चला रही हैं, उन्होंने बंगाल को आज नीचे लाने का काम किया है। हमें बंगाल को फिर ऊपर उठाना है और सोनार बांग्ला बनाना है।” उन्होंने कहा कि, यहां पुलिस और प्रशासन का राजनीतिकरण हो रहा है। हमें इसे रोकना है और यहां कमल खिलाना है।

west bengal attack on bjp pic

नड्डा ने कहा कि, “कल से मैं देख रहा हूं यहां प्रशासन नाम की चीज ही नहीं है। अगर केंद्रीय सुरक्षा बल न हो तो बंगाल में घूमना ही मुश्किल हो जाये। मैं समझ सकता हूं कि कार्यकर्ताओं की क्या हालत होती होगी।” राज्य को केंद्र से मदद मिलने को लेकर उन्होंने कहा कि, एम्फान के समय 1 हजार करोड़ रुपये केंद्र सरकार ने एडवांस दिया था। वो पैसा खर्च नहीं हुआ और उसमें भ्रष्टाचार हुआ।