नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। शिक्षक भर्ती घोटाले में फंसे पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा एक्शन लिया है। ममता बनर्जी ने पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से छुट्टी कर दी है। पार्थ चटर्जी से सभी मंत्रालय छीन लिया गया है। ममता के करीबी माने जाने वाले पार्थ चटर्जी का कैशकांड में नाम सामने आने के बाद उनकी कुर्सी चली गई है। आपको बता दें, पश्चिम बंगाल में स्कूल भर्ती घोटाले के मामले में ईडी ने पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद से पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से हटाए जाने को लेकर मांग और संशय चल रहा था। इसी बीच 28 जुलाई को टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने कैबिनेट की बैठक बुलाई थी। इसी बैठक के कुछ ही देर बाद मंत्री पार्थ चटर्जी को पद से हटाए जाने संबंधी आदेश जारी किया गया है।
बता दें, पश्चिम बंगाल से जुड़े शिक्षक भर्ती घोटाले (SSC recruitment scam) में नाम आने के बाद ममता सरकार ने एक्शन लिया है। वर्तमान में पार्थ चटर्जी उद्योग मंत्री थे। जब चटर्जी शिक्षा मंत्री थे उस दौरान हुए घोटाले के लिए उनको गिरफ्तार किया गया है।
Partha Chatterjee, accused in West Bengal SSC recruitment scam, relieved of his duties as Minister in Charge of his Departments with effect from 28th July: Government of West Bengal pic.twitter.com/12Asu6b4L8
— ANI (@ANI) July 28, 2022
बंगाल के चीफ सेक्रेटरी की तरफ से जारी किए गए आदेश के मुताबिक, पार्थ चटर्जी को न सिर्फ उद्योग मंत्री के पद से हटाया गया है बल्कि सभी पदों से भी उनकी छुट्टी कर दी गई है। सूचना एंव प्रसारण विभाग, संसदीय मामलों से जुड़े विभाग आदि से भी पार्थ चटर्जी को हटाया गया है।
गौरतलब है कि ईडी ने शिक्षक भर्ती घोटाले में पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया है। अर्पिता मुखर्जी के पकड़े जाने के बाद पार्थ की गिरफ्तारी हुई थी। अर्पिता के घर पर हुई छापेमारी में उनके पास से 20 करोड़ के करीब रुपये कैश मिला था। इसके बाद बुधवार को अर्पिता के दूसरे घर पर छापा अभियान चला जहां भी 20 करोड़ रुपये के करीब कैश मिला था। कैश के अलावाकई किलो सोना भी वहां से बरामद हुआ था। मामले को लेकर ईडी का कहना है कि बरामद हुआ पैसा वही है जो कि शिक्षक भर्ती में हुए घोटाले में घूस के तौर पर लिया गया था।