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TMC Minister : ‘मैं झुकेगा नहीं साला’… फिल्मी डायलॉगबाजी करना ममता बनर्जी के मंत्री को पड़ा भारी, पहले झुका फिर मांगी माफी

TMC Minister : भाजपा के राज्य सचिव ने कहा, ‘पूरी पश्चिम बंगाल सरकार ही पुष्पा फिल्म की तरह चल रही है। टीएमसी के नेता ने उसी तरह की बात की है, जैसे फिल्म में लाल चंदन के तस्कर ने की थी।’ हालांकि घिरने के बाद अब मनोज तिवारी ने माफी मांग ली है।

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की राजनीति में सांसद मनोज तिवारी एक बड़ा नाम है। मनोज तिवारी को ममता बनर्जी का बेहद खास माना जाता है और इसीलिए उनको राज्य में ‘खेल मंत्री’ का पद दिया गया है। कुछ दिनों पहले मनोज तिवारी ने भाजपा पर हमला करने के लिए पुष्पा मूवी का डायलॉग ‘झुकेगा नहीं साला’ बोला था जिसके बाद तृणमूल कांग्रेस के नेता विवादों में घिर गए हैं। उन पर भाजपा ने हमला बोलते हुए कहा था कि मनोज तिवारी ने अपनी भाषा से टीएमसी सरकार का कैरेक्टर बताया दिया है। भाजपा नेता उमेश राय ने कहा कि पूरी बंगाल सरकार ही पुष्पा मूवी की तर्ज पर चल रही है। मनोज तिवारी ने अपनी डायलॉगबाजी से उसके ही कैरेक्टर के बारे में पता लगाया जाता है।

मनोज तिवारी के उस विवादित बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी अब उन पर हमलावर हो गई है। भाजपा के राज्य सचिव ने कहा, ‘पूरी पश्चिम बंगाल सरकार ही पुष्पा फिल्म की तरह चल रही है। टीएमसी के नेता ने उसी तरह की बात की है, जैसे फिल्म में लाल चंदन के तस्कर ने की थी।’ हालांकि घिरने के बाद अब मनोज तिवारी ने माफी मांग ली है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं मानता हूं कि मुझे इस तरह से बात नहीं करना चाहिए था। तिवारी ने कहा कि मेरा कहने का अंदाज गलत था। मनोत तिवारी ने टीएमसी की एक रैली में रविवार को कहा था कि भाजपा के लोगों को यह कान खोलकर सुन लेना चाहिए कि हम झुकने वालों में से नहीं हैं।

आपको बता दें कि इसके बाद सांसद मनोज तिवारी ने पुष्पा मूवी का डायलॉग ‘झुकेगा नहीं साला’ दोहराया। उनका ये विवादित बयान सामने आने के बाद भाजपा हमलावर हो गई थी और लगातार माफी की मांग कर रही थी। मनोज तिवारी पश्चिम बंगाल सरकार में खेल राज्य मंत्री हैं। क्रिकेटर रहे मनोज तिवारी ने बीते साल विधानसभा चुनाव से पहले ही टीएमसी का दामन थामा था। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में बीते साल भाजपा और टीएमसी के बीच तीखा चुनावी मुकाबला हुआ था। प्रचार अभियान के दौरान नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिले थे। यही नहीं नतीजा आने पर टीएमसी भले ही जीत गई थी, लेकिन खुद ममता बनर्जी को नंदीग्राम सीट से शुभेंदु अधिकारी से मुकाबले में हार का का मुंह देखना पड़ा था।