नई दिल्ली। देश में हिंदुत्व की तुलना ISIS और बोको हरम से करने, जिन्ना के तारीफ से कसीदे पढ़ने की शुरुआत तो हो चुकी है लेकिन उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर मणिशंकर अय्यर ने विवादित बयान दे दिया है। मणिशंकर अय्यर अपने बयानों को लेकर सुर्ख़ियों में रहते हैं और अब एक फिर उन्होंने एक ऐसा बयान दे दिया है जिसपर हंगामा मचना तय माना जा रहा है। दरअसल मणिशंकर अय्यर ने अपने ताजा बयान में मुगलों की तारीफ में कसीदे पढ़ें हैं। मणिशंकर अय्यर ने नेहरू जयंती पर आयोजित हुए एक कार्यक्रम के दौरान मुगल शासन में हुए अत्याचारों की बातों का खंडन किया। उन्होंने दावा किया कि मुगलों ने कभी देश में धर्म के नाम पर अत्याचार किया ही नहीं। मणिशंकर अय्यर ने कई उदाहरण देकर दावा किया कि मुगल शासन में कभी जोर जबरदस्ती धर्म परिवर्तन नहीं करवाया गया। अकबर के शासन में धर्म के नाम पर कोई भेदभाव नहीं होता था।
मणिशंकर अय्यर ने मुगलों की तारीफ करते हुए कहा कि “मुगलों ने इस देश को अपना बनाया। अंग्रेजों ने कहा कि हम तो यहां राज करने आए हैं। बाबर जो थे..जिसकी औलाद भारतीय जनता पार्टी के लोग मुझे नाम देते हैं…कि ये बाबर की औलाद है…इन लोगों को मैं बताना चाहता हूं कि वही बाबर भारतवर्ष आया सन 1526 में और उनकी मौत हुई 1530 में..मतलब वो भारत में मात्र 4 साल रहे…उन्होंने हूमायूं को बताया कि यदि आप इस देश को चलाना चाहते हो…यदि आप अपने साम्राज्य को सुरक्षित रखना चाहते हो तो आप यहां के निवासियों के धर्म में दखल ना दीजिएगा। यही वजह है कि अकबर के शासन में धर्म के नाम पर कोई भेदभाव नहीं होता था।
इतना ही नहीं, अय्यर ने आगे कहा कि अकबर ने 50 वर्ष तक देश में राज्य किया। कांग्रेस का दफ्तर भी अकबर रोड पर है। हम तो नहीं कहते कि अकबर रोड पर नहीं रह सकते, इसका नाम महाराणा प्रताप रोड कर दीजिए। हम अकबर को अपना मानते हैं।
कांग्रेस नेता मणि शंकर अय्यर के विवादित बोल, कहा- सिर्फ़ 80% हिन्दुओं को भारतीय और अन्य को मेहमान मानती है सत्ताधारी पार्टी #ManiShankarAiyar #ControversialStatement #Mughals #Hindu #Muslim @AnilaSingh_BJP @SabeenaTamang pic.twitter.com/nQja2BO2YI
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इतना ही नहीं, मणिशंकर अय्यर ने कहा कि “मुस्लिम सुल्तानों, राजाओं और सम्राटों ने 666 वर्षों तक दिल्ली के सिंहासन पर राज किया। उसके बाद, इस देश में कितने मुस्लिम और हिंदू बचे थे? पिछले 100-125 वर्षों में संख्या बहुत स्पष्ट है। 666 वर्षों तक शासन के बाद अंग्रेजों ने 1872 में पहली जनगणना की। देश में मुसलमानों का अनुपात लगभग 24% था जबकि हिंदुओं का अनुपात 72% था। उन्होंने आगे कहा कि ये कहते हैं कि मारपीट हुई, सब लड़कियों से बलात्कार हुआ और इन्होंने सबको मुसलमान बना लिया। अरे..मुसलमान बनते तो आंकड़े तो अलग होने चाहिए। 72 प्रतिशत मुसलमान होने चाहिए और 24 प्रतिशत हिंदू होने चाहिए, लेकिन असलियत क्या थी कि इतने ही थे। अंग्रेजों ने कहा हम राज करने आए हैं लेकिन मुगलों ने ऐसा नहीं किया।
हम अकबर को अपना समझते हैं ग़ैर नहीं : मणि शंकर अय्यर #ManiShankarAiyar #ControversialStatement #Mughals #Hindu #Muslim @SabeenaTamang pic.twitter.com/rYQhQDI5B5
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हम अकबर को अपना समझते हैं इसलिए उनके नाम की सड़क का नाम बदलकर महाराणा प्रताप के नाम पर करने की बात कांग्रेस ने कभी नही की :- मणिशंकर अय्यर pic.twitter.com/M8lnS6aj8d
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अब देखने वाली बात ये है कि मणिशंकर अय्यर के बयान पर किस तरह की प्रतिक्रिया देखने को मिलेगी। हालांकि मणिशंकर अय्यर जब-जब इस तरह के विवादित बयान देते हैं तो इसका खामियाजा कांग्रेस को चुकाना पड़ता है। साल 2017 में गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान भी मणिशंकर अय्यर बने पीएम मोदी को “नीच” कहा था। तब बड़ा विवाद हुआ था और मणिशंकर अय्यर को माफ़ी तक मांगनी पड़ी थी। बावजूद इसके कांग्रेस को चुनाव में नुकसान हुआ था। अब उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले है और इससे पहले मणिशंकर अय्यर ने मुगलों की तारीफ कर दी है। सलमान खुर्शीद ने हिंदुत्व की तुलना ISIS और बोको हरम से कर दी है ऐसे में देखने वाली बात होगी कि इन विवादित बयानों का चुनाव पर क्या असर पड़ता है।