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Punjab: चुनाव से पहले अकाली दल को तगड़ा छटका! बीजेपी में शामिल हो गए मनजिंदर सिंह सिरसा

Punjab: पंजाब चुनाव से अहम पहले मनजिंदर सिंह सिरसा के इस्तीफा से शिरोमणि अकाली दल में हड़कंप मच गया है। पंजाब में चुनाव सिर पर हैं और ऐसे वक्त में अचानक डीएसजीएमसी अध्यक्ष पद से सिरसा का इस्तीफ़ा देना किसी के भी गले से नहीं उतर रहा है।

नई दिल्ली। पंजाब विधानसभा 2022 के चुनावों से पहले पंजाब की राजनीति में उठापठक चल रही है। हाल ही कांग्रेस के नेताओं के आपसी मनमुटाव की ख़बरें खूब सुर्ख़ियों में थीं। इसी बीच मनजिंदर सिंह सिरसा शिरोमणि अकाली दल से इस्तीफा दे दिया और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये। कुछ ही महीनों में पंजाब में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और ऐसे में मनजिंदर सिंह सिरसा ने कभी बीजेपी की सहयोगी रही अकाली दल को बड़ा झटका दे दिया है।

दरअसल बुधवार को मनजिंदर सिंह सिरसा ने दिल्ली बीजेपी मुख्यालय पहुंचकर बीजेपी में शामिल हो गए। चुनाव से पहले सिरसा का पाला बदलना अकाली दल के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। आपको कि बीजेपी में शामिल होने से पहले मनजिंदर सिंह सिरसा ने दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। इसके साथ अपने ट्विटर हैंडल पर उन्होंने लिखा, “सभी पदाधिकारियों, सदस्यों, कर्मचारियों और मेरे साथ काम करने वाले लोगों का आभार। मैं दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति से अध्यक्ष के रूप में इस्तीफा दे रहा हूं। मैं आगामी डीएसजीएमसी आंतरिक चुनाव नहीं लड़ूंगा। मेरा मेरे समुदाय, मानवता और राष्ट्र की सेवा करने की प्रतिबद्धता एक समान है!”

जिस वक्त मनजिंदर सिंह सिरसा बीजेपी में शामिल हुए उस वक्त पार्टी मुख्यालय में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, गजेंद्र सिंह शेखावत, दुष्यंत गौतम मौजूद रहे। गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस मौके पर कहा कि उत्तर भारत की राजनीति में सिख चेहरों में जो चेहरा दिमाग में आएगा, वो सिरसा का ही आएगा. इनको मैं बीजेपी परिवार में शामिल कराता हूं. पंजाब चुनाव में इसका लाभ होगा।

आपको बता दें कि पंजाब चुनाव से अहम पहले मनजिंदर सिंह सिरसा के इस्तीफा से शिरोमणि अकाली दल में हड़कंप मच गया है। पंजाब में चुनाव सिर पर हैं और ऐसे वक्त में अचानक डीएसजीएमसी अध्यक्ष पद से सिरसा का इस्तीफ़ा देना किसी के भी गले से नहीं उतर रहा है। अब चुनाव में अकाली दल को सिरसा कितना नुकसान पहुंचाते हैं या फिर बीजेपी को कितना फायदा पहुंचाते हैं, ये आने वाले वक्त में ही पता चलेगा।