चेन्नई। तमिलनाडु के कल्लाकुरिचि में जहरीली शराब पीकर अब तक 29 लोग जान गंवा चुके हैं। जहरीली शराब पीने से बीमार पड़े 60 के करीब लोगों का इलाज चल रहा है। तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने जहरीली शराब कांड की सीबी-सीआईडी जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने डीएम को हटा दिया है। जबकि, एसपी को निलंबित किया है। तमाम अन्य अफसरों पर भी स्टालिन ने कार्रवाई की है।
#WATCH | Tamil Nadu: At least 25 people died and several hospitalised after reportedly consuming illicit liquor in Kallakurichi district.
Latest visuals from Kallakurichi Government Medical College pic.twitter.com/7NTzv3NclS
— ANI (@ANI) June 20, 2024
अब आपको बताते हैं कि आखिर जहरीली शराब बनती कैसे है? पहले ये जान लीजिए कि साल 2022 में केंद्र सरकार ने आंकड़े जारी कर बताया था कि बीते 6 साल में 6000 लोगों की जान जहरीली शराब पीने से हो चुकी थी। राज्य सरकारों की तरफ से आबकारी विभाग को चौकसी पर रखे जाने के बावजूद जहरीली शराब पीने से मौतों का सिलसिला रुका नहीं है। जहरीली शराब बनाने में सबसे अहम चीज मिथाइल अल्कोहल होती है। जहरीली शराब बनाने वाले इसमें गुड़, नौसादर, यूरिया, ऑक्सीटोसिन, बेसरमबेल की पत्तियां मिलाकर फर्मेंटेशन कराते हैं। इससे नशा तो होता है, लेकिन जहरीला रसायन बन जाने से जान पर बन आती है।
जानकारी के मुताबिक जब कोई शख्स इस जहरीली शराब को पीता है, तो इससे शरीर में फार्मिक एसिड बनता है। फार्मिक एसिड सीधे दिमाग पर असर करता है। मिथाइल अल्कोहल शरीर के लिए टॉक्सिक होता है और इससे सीधे लीवर, किडनी समेत शरीर के अंग प्रभावित होते हैं। मिथाइल अल्कोहल के असर से शरीर के अंग काम करना बंद कर देते हैं। आदमी बेहोशी की हालत में पहुंच जाता है। मिथाइल अल्कोहल के कारण नर्वस सिस्टम ब्रेक होता है और इसके कारण दिल की धड़कनों पर भी असर पड़ता है। मिथाइल अल्कोहल से शरीर में टॉक्सिन बनने के कारण तमाम लोगों की आंखों की रोशनी भी चली जाती है। जहरीली शराब पीने के साथ ही असर दिखा देती है। आम तौर पर सस्ती मिलने के कारण नशा करने वाले अपनी जान की परवाह न कर इसे पीते हैं।