रायपुर। नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों को एक और बड़ी कामयाबी मिली है। सुरक्षाबलों के 1000 जवानों ने छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ के जंगलों में शनिवार रात से नक्सल विरोधी कार्रवाई शुरू की थी। ताजा समाचार मिलने तक सुरक्षाबलों ने यहां 4 नक्सलियों को मार गिराने में सफलता हासिल की है। जिस जगह नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन चलाया, वो दंतेवाड़ा और नारायणपुर की सीमा पर है। मारे गए नक्सलियों के पास एके-47 और एसएलआर जैसे खतरनाक हथियार मिले हैं। सभी नक्सली वर्दी पहने हुए थे। इनकी पहचान की कोशिश सुरक्षाबल और पुलिस की तरफ से किया जा रहा है। नक्सल विरोधी अभियान में दंतेवाड़ा डीआरजी के हेड कांस्टेबल सन्नू कारम शहीद हुए हैं। अभी और नक्सलियों के यहां होने के आसार हैं। ऐसे में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अबूझमाड़ के जंगलों में नक्सलियों के होने की खुफिया जानकारी मिली थी। इस पर 3 जनवरी को दंतेवाड़ा, जगदलपुर, नारायणपुर और कोंडागांव से डीआरजी और एसटीएफ की टीमों को मौके पर रवाना किया गया था। अबूझमाड़ के जंगलों में इन टीमों के 1000 जवानों का नक्सलियों से एनकाउंटर हो गया। बताया जा रहा है कि सुरक्षाबलों के जवानों ने नक्सलियों को उनके कोर इलाके में ही घेर लिया था। दोनों तरफ से लगातार फायरिंग जारी थी। फायरिंग थमने के बाद सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के शव और खतरनाक हथियार बरामद किए।
छत्तीसगढ़ में लगातार सुरक्षाबल नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रहे हैं। इसमें सैकड़ों नक्सली मारे गए और 1000 के करीब गिरफ्तार किए गए। सैकड़ों अन्य नक्सलियों ने सरेंडर भी किया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि साल 2026 तक देश को नक्सल समस्या से मुक्ति दिला दी जाएगी। इसके बाद से ही सुरक्षाबलों ने नक्सलियों पर तेजी से प्रहार करना शुरू किया है। बिहार, झारखंड, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में नक्सलियों की गतिविधि पर प्रभावी रोक लगाने में सुरक्षाबलों को सफलता भी हासिल हुई है। बीते दिनों ही छत्तीसगढ़ में कई जगह एनकाउंटर में दर्जनों नक्सलियों को मार गिराने में सफलता मिल चुकी है।