
रामेश्वरम। पीएम नरेंद्र मोदी रविवार को तमिलनाडु के रामेश्वरम में थे। तमिलनाडु को पीएम मोदी ने हजारों करोड़ की योजनाओं का तोहफा देने के बाद एक जनसभा को भी संबोधित किया। इस जनसभा में पीएम मोदी ने भगवान राम को याद किया और कहा कि राष्ट्र निर्माण में भगवान राम के चरित्र का बहुत बड़ा हाथ जनसभा में पीएम मोदी ने कहा कि सरकार तमिल भाषा और संस्कृति को दुनिया के कोने-कोने में पहुंचाने के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आज बीजेपी सरकारों के अच्छे काम को देशभर के लोग देख रहे हैं। इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि उनको हैरत होती है, जब तमिलनाडु के कुछ नेताओं की चिट्ठी उनको मिलती है। मोदी ने कहा कि ये नेता चिट्ठी पर तमिल भाषा में दस्तखत यानी साइन तक नहीं करते। सुनिए इसके बाद उन्होंने किस तरह निशाना साधा।
#WATCH | Rameswaram, Tamil Nadu: PM Narendra Modi says “…The Government is constantly working to ensure that the Tamil language and Tamil heritage reach every corner of the world. Sometimes, I am surprised when I receive letters from some leaders of Tamil Nadu, none of them are… pic.twitter.com/QkqgCrySwB
— ANI (@ANI) April 6, 2025
पीएम मोदी का तमिल भाषा को लेकर नेताओं पर साधा गया निशाना यूं ही नहीं है। पिछले कुछ समय से तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने हिंदी भाषा के खिलाफ बयानों की झड़ी लगा रखी है। स्कूलों में त्रिभाषा फॉर्मूले के तहत हिंदी पढ़ाए जाने का स्टालिन और तमिलनाडु के तमाम दल और नेता विरोध कर रहे हैं। यहां तक कि स्टालिन सरकार ने बीते दिनों जब बजट पेश किया, तब रुपए के चिन्ह को भी बजट दस्तावेजों से हटाकर तमिल चिन्ह में रुपैया कर दिया। स्टालिन और राज्य के कई नेता लगातार कह रहे हैं कि हिंदी अगर तमिलनाडु में पढ़ाई गई, तो तमिल भाषा और संस्कृति खत्म हो जाएगी। स्टालिन और तमिलनाडु के नेताओं के हिंदी विरोध में दिए बयानों पर पीएम मोदी ने नाम न लेते हुए साइन की बात कहकर निशाना साधा है।
अपनी जनसभा से पहले पीएम मोदी ने रामेश्वरम के रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा की। उन्होंने नए पंबन पुल का भी उद्घाटन किया। इससे पहले पीएम मोदी ने श्रीलंका से भारत लौटते वक्त हेलीकॉप्टर से रामसेतु का वीडियो भी लिया था और उसे सोशल मीडिया पर शेयर किया था। पीएम मोदी की तरफ से तमिल में साइन का मुद्दा उठाने पर तमिलनाडु की सियासत एक बार फिर गर्माने के आसार हैं। पहले ही बीजेपी ये कहकर स्टालिन पर पलटवार करती रही है कि डीएमके नेताओं के प्राइवेट स्कूलों में भी हिंदी पढ़ाई जाती है।