लखनऊ। साल 2017 में बीजेपी सरकार के शपथग्रहण में समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और उनके बेटे अखिलेश भी गए थे। दोनों ने मंच पर पीएम नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ को बधाई भी दी थी। इस बार चुनाव से पहले बीजेपी ने मुलायम के परिवार में सेंध लगाते हुए उनकी छोटी बहू अपर्णा यादव को अपने साथ ले लिया। इन्हीं दोनों उदाहरण को सामने रखकर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने मुलायम सिंह पर तीखा निशाना लगाया है। मायावती ने आरोप लगाया है कि मुलायम सिंह और बीजेपी के बीच साठगांठ है। मायावती के इस आरोप से यूपी की सियासत गर्माने के आसार हैं।
2. बीजेपी से, बी.एस.पी. नहीं बल्कि सपा संरक्षक श्री मुलायम सिंह खुलकर मिले है जिन्होंने बीजेपी के पिछले हुये शपथ में, श्री अखिलेश को बीजेपी से आर्शीवाद भी दिलाया है और अब अपने काम के लिए एक सदस्य को बीजेपी में भेज दिया है। यह जग-जाहिर है।
— Mayawati (@Mayawati) March 22, 2022
मायावती की पार्टी को इस बार चुनाव में बड़ी दुर्दशा झेलनी पड़ी है। उनकी पार्टी से सिर्फ 1 विधायक चुनकर यूपी विधानसभा में पहुंचा है। वहीं, सपा के गठबंधन को 125 सीटें मिली हैं। जाहिर तौर पर मायावती इससे भड़की हुई हैं। उन्होंने आज ट्वीट्स की झड़ी लगाते हुए सपा, मुलायम और अखिलेश यादव पर करारे वार किए हैं। मायावती ने लिखा है कि बीएसपी नहीं, बल्कि सपा संरक्षक श्री मुलायम सिंह खुलकर मिले हैं। जिन्होंने बीजेपी के पिछले हुए शपथ में, अखिलेश को बीजेपी से आशीर्वाद भी दिलाया है और अब अपने काम के लिए एक सदस्य को बीजेपी में भेज दिया है। यह जग-जाहिर है।
एक और ट्वीट में मायावती ने लिखा है कि यूपी में अंबेडकरवादी लोग कभी भी सपा मुखिया अखिलेश यादव को माफ नहीं करेंगे, जिसने, अपनी सरकार में इनके नाम से बनी योजनाओं व संस्थानों आदि के नाम अधिकांश बदल दिए हैं। जो अति निंदनीय व शर्मनाक भी है। खास बात ये है कि चुनाव के दौरान जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक इंटरव्यू में कहा था कि मायावती की बीएसपी को काफी वोट मिल रहे हैं और मुस्लिम समुदाय भी बीएसपी को वोट दे रहा है, तो मायावती ने बाकायदा ट्वीट कर अमित शाह को धन्यवाद भी दिया था। चुनाव हारने के बाद वो अब फिर बीजेपी और सपा पर हमलावर हैं।