कोलकाता। पश्चिम बंगाल में ताजपुर पोर्ट है। इसे विकसित करने के लिए पहले गौतम अडानी की कंपनी को ठेका दिए जाने का फैसला हुआ था, लेकिन बीते दिनों कोलकाता में बिजनेस समिट के दौरान सीएम ममता बनर्जी ने एलान किया था कि ताजपुर पोर्ट के लिए नए सिरे से टेंडर जारी किया जाएगा। इससे लग रहा था कि विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन में शामिल टीएमसी की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अडानी से हाथ खींच लिए हैं। इसकी वजह ये मानी जा रही थी कि ममता की पार्टी की लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा पर पैसे और गिफ्ट लेकर संसद में अडानी के खिलाफ तमाम सवाल पूछा जाने का आरोप लगा है। अब ताजपुर पोर्ट और अडानी को लेकर नई जानकारी सामने आई है। ममता बनर्जी की सरकार में उद्योग, वाणिज्य और उद्यम मंत्री शशि पांजा ने कहा है कि ताजपुर पोर्ट को लेकर अडानी ग्रुप और बंगाल सरकार में बातचीत जारी है।
शशि पांजा ने कहा कि बीजेपी का ये दावा गलत है कि अडानी ग्रुप के ताजपुर पोर्ट विकास योजना से हटने के कारण ये प्रोजेक्ट लटक गया है। मंत्री शशि पांजा ने कहा कि प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है और अडानी ग्रुप से भी बातचीत जारी है। उन्होंने इन खबरों को भी गलत बताया कि अडानी से बातचीत में कोई रुकावट आई। शशि पांजा ने कहा कि केंद्र ने ताजपुर पोर्ट प्रोजेक्ट के लिए कुछ स्पष्टीकरण मांगे हैं और गृह मंत्रालय ने सशर्त सुरक्षा मंजूरी दी है। ममता की मंत्री ने कहा कि ताजपुर पोर्ट के विकास के लिए पहले जो एलओआई जारी किया गया था, वो अस्थायी था और सबसे ऊंची बोली लगाने वाले को मिला था। पिछले साल जब कोलकाता में ममता सरकार ने बिजनेस समिट कराया था, उस वक्त ताजपुर पोर्ट का काम अडानी ग्रुप को देने का एलान हुआ था। इससे राज्य में अडानी ग्रुप के 25000 करोड़ के निवेश का रास्ता साफ हुआ था।
खास बात ये है कि विपक्षी गठबंधन में शामिल कांग्रेस और अन्य पार्टियां लगातार आरोप लगाती रहती हैं कि अडानी और अंबानी को पीएम नरेंद्र मोदी शह दिए हुए हैं। इसके बाद बीजेपी के नेताओं ने सवाल उठाया था कि अडानी को तो बंगाल में पोर्ट प्रोजेक्ट मिला हुआ है। वहीं, बीते दिनों हुए बिजनेस समिट में मुकेश अंबानी पहुंचे थे और उन्होंने राज्य में और 20000 करोड़ का निवेश करने का एलान सीएम ममता के सामने ही किया था। इस पर ममता ने ताली बजाकर मुकेश अंबानी के इस एलान का स्वागत भी किया था।