
नई दिल्ली। वक्फ संशोधन बिल बुधवार यानी कल दोपहर 12 बजे लोकसभा में पेश किया जाएगा। अल्पसंख्यक कल्याण और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू वक्फ संशोधन बिल को लोकसभा में पेश करेंगे। वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 8 घंटे का वक्त तय किया है। विपक्ष 12 घंटे चर्चा की मांग कर रहा था। लोकसभा के सभी दलों के नेताओं की बैठक में लोकसभा अध्यक्ष ने हालांकि ये कहा कि सदन की अनुमति से वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा का वक्त बढ़ाया जा सकता है। इस बारे में मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सरकार वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा चाहती है। उन्होंने साथ ही विपक्ष पर निशाना भी साधा।
किरेन रिजिजू ने न्यूज चैनल आजतक से कहा कि अगर कोई बहाना बनाकर चर्चा से भागना चाहता है, वॉकआउट करना चाहता है, तो हम उसे नहीं रोक सकते। किरेन रिजिजू ने कहा कि संसद का सत्र 4 अप्रैल तक है। वहां से भी वक्फ संशोधन बिल को पास कराना है। इसलिए राज्यसभा में भी समय देना पड़ेगा। किरेन रिजिजू ने वक्फ संशोधन बिल को बहुत अच्छा बताया। उन्होंने कहा कि संसद में बिल पेश करने के बाद रिकॉर्ड में दर्ज होगा कि किसने वक्फ संशोधन बिल का समर्थन किया और किसने विरोध किया। किरेन रिजिजू ने विपक्ष के बारे में कहा कि हाथ जोड़कर विनती करते हैं कि अगर वक्फ संशोधन बिल पर बोलने के लिए कुछ नहीं है, तो बहाना मत बनाइए और खुलकर बोलिए।
किरेन रिजिजू ने इससे पहले सोमवार को विपक्ष को सीधे निशाने पर लिया था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस समेत विपक्ष वक्फ संशोधन बिल के मसले पर झूठ बोलकर मुसलमानों को गुमराह कर रहे हैं। वक्फ संशोधन बिल का विरोध कर रहे मुस्लिम संगठनों और नेताओं के बारे में किरेन रिजिजू ने कहा था कि जिन लोगों ने करोड़ों की वक्फ संपत्ति पर कब्जा जमा रखा है, वे ही इसका विरोध कर रहे हैं। किरेन रिजिजू के अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी यही बात कह चुके हैं। अमित शाह ने कहा था कि वक्फ संशोधन बिल पर मुस्लिम समुदाय को भ्रम में फंसाया जा रहा है। शाह ने कहा था कि वक्फ की एक भी संपत्ति मोदी सरकार नहीं छीनने जा रही है। ऐसे में अब लोकसभा और फिर राज्यसभा में मोदी सरकार और विपक्ष के बीच वक्फ संशोधन बिल पर जोरदार टकराव के पूरे आसार दिख रहे हैं।