नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के विधानसभा चुनाव की तस्वीर बदलने की तैयारी कर ली है। एक फरवरी को बजट है। उसके बाद पीएम मोदी दिल्ली के चुनावी घमासान में उतर रहे हैं। बीजेपी का मानना है कि उनकी ताबड़तोड़ रैलियों और संदेशों से दिल्ली की चुनावी फिजा नई करवट ले सकती है। इसकी शुरुआत बजट सत्र से होगी।
माना जा रहा है कि बजट में इनकम टैक्स में भरपूर रियायत दी जा सकती है जिसका फायदा पूरे देश समेत दिल्ली के लोगों को मिलेगा। यह बड़ा गेमचेंजर साबित हो सकता है। इसके बाद पीएम मोदी दिल्ली में ताबड़तोड़ रैलियां करेंगे।
दिल्ली में बीजेपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ रही है। अभी तक प्रधानमंत्री मोदी ने सिर्फ एक रैली की है। मगर प्रचार के आखिरी हफ्ते में वे दिल्ली में ताबड़तोड़ रैलियां कर सकते हैं। 6 फरवरी को प्रचार खत्म होने से पहले प्रधानमंत्री की दिल्ली में कई रैलियों की तैयारी है।
वही पीएम मोदी की रैलियों के अलावा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह ने भी दिल्ली फतह करने के लिए 10 ऐसे मुद्दे चुनें हैं जिन पर भाजपा को फोकस कर चुनाव लड़ना है। शाह और जेपी नड्डा इन्हीं दस मुद्दों को सभाओं में प्रमुखता से उठा रहे हैं। इन मुद्दों में स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के मुद्दे शामिल हैं।
जिन दस मुद्दों पर भाजपा दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार में उठा रही है उनमें नागरिकता संशोधन कानून, शाहीनबाग, जनता से केजरीवाल सरकार की वादाखिलाफी, अनुच्छेद 370 और सर्जिकल स्ट्राइक पर केजरीवाल का विरोध और 1731 अवैध कालोनियों को अधिकृत कर रजिस्ट्री की सुविधा शुरू करने को मुद्दा बना रही है।
इसके अलावा दो-दो कमरे का मकान देने का भाजपा वादा, आठ लाख नौकरियां, दिल्ली में केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना लागू न करने का मुद्दा, जेएनयू और टुकड़े-टुकड़े गैंग के बयान, मोदी सरकार का दिल्ली के लिए किए गए कार्य और राम मंदिर का मुद्दा भी अहम है।