
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में उस वक्त बवाल मच गया जब कुछ छात्राएं बुर्का पहनकर कॉलेज पहुंच गई। इसके बाद कॉलेज प्रशासन उन्हें मन गेट पर ही रोक दिया गया। साथ ही कॉलेज में एंट्री करने से रोक लगा दी। मामला हिंदू कॉलेज का है। बताया जा रहा है कि नए साल से कॉलेज में ड्रोस कोड लागू किया गया था। इसके बाद भी छात्रा बुर्का पहनकर कॉलेज में पहुंची थी। कॉलेज प्रशासन ने छात्राओं को बुर्का पहनकर कॉलेज में नहीं जाने दिया। इसके बाद इन छात्राओं ने गेट के सामने ही हंगामा मचना शुरू कर दिया। और जमकर बवाल भी किया।
वहीं मामले की सूचना मिलते ही समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ताओं भी वहां आ पहुंचे। समाजवादी छात्र सभा ने बुर्का पहनी छात्राओं के सपोर्ट में उतर आए। इसके बाद वो वहीं पर धरने पर बैठ गए। उनकी मांग थी कि छात्राओं को बुर्के के साथ क्लासरूम में एंट्री दी जाए। इतना ही नहीं मुस्लिम छात्राओं, सपा छात्र सभा और कॉलेज प्रशासन के बीच जमकर नोकझोंक भी हुई। वहीं बवाल को बढ़ता देख मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्र सभा को किसी तरह के समझाया और मामले को शांत करवाया। सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो भी सामने आया है।
उधर इस मामले में कॉलेज की छात्राओं की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। छात्राओं ने कॉलेज में ड्रेस कोड लागू होने का स्वागत किया। छात्रा का कहना है कि ड्रेस कोड लागू होने के बाद अमीर-गरीब का भेदभाव खत्म हुआ है। अब सभी एक सामान है। वहीं आयुषी यादव ने कहा कि ड्रेस कोड लागू होने के बाद अच्छा लग रहा है। वहीं बुर्का पहनकर हंगामा करने वाली छात्राओं को गलत बताया।
गौरतलब है कि बीते साल 2022 में कर्नाटक के उडुपी में कुछ छात्राएं बुर्का पहनकर कॉलेज पहुंची थी। छात्राओं ने आरोप लगाया था कि हिजाब पहनने की वजह से उन्हें क्लास में नहीं दिया जा रहा है। जिसको देशभर में बवाल देखने को मिला था। मामले ने इतना तूल पकड़ लिया था कि देश के अलग-अलग राज्यों में भी कुछ इस तरह के मामले सामने आए। इसके अलावा कर्नाटक के हिजाब विवाद को लेकर देशभर में जमकर सियासत भी हुई थी। हिजाब विवाद हाईकोर्ट तक पहुंच गया।