
नई दिल्ली। राज्यसभा सांसद एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने उत्तराखंड से कैलाश मानसरोवर यात्रा के विस्तृत संचालन के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर से भेंट की। अनिल बलूनी ने विदेश मंत्री से अनुरोध किया कि हर वर्ष लाखों लोग इस पावन यात्रा के लिए जाते हैं लेकिन उत्तराखंड के मार्ग से बहुत ही सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति होती है। उन्होंने कहा कि यदि पिथौरागढ़-लिपुलेख मार्ग से निर्बाध यात्रा प्रारंभ होती है तो यह उत्तराखंड के पर्यटन और आर्थिकी की लाइफ लाइन बन सकती है।
यह कोई हैरानी की बात नहीं है कि यदि नेपाल से जाने वाले श्रद्धालु भी उत्तराखंड का रास्ता चुनते हैं तो यह राज्य के लिए कमाई का एक नए खजाना खोलने जैसा होगा। टैक्सपेयर्स एसोसिएशन ऑफ़ भारत के प्रेसिडेंट मनु गौर ने इसपर जानकारी देते हुए कहा, कि “इस कार्य के द्वारा जो यात्री नेपाल के रास्ते कैलाश मानसरोवर के लिए जाते थे, अब वो उत्तराखंड के रास्ते जायेंगे, लगभग 10,000 करोड़ रुपये का लाभ उत्तराखंड को मिलेगा।“
इस कार्य के द्वारा जो यात्री नेपाल के रास्ते कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए जाते थे, अब वो उत्तराखंड के रास्ते जा पायेंगे। लगभग 10 हज़ार करोड़ रूपये का लाभ उत्तराखंड को मिलेगा।
सराहनीय कार्य @anil_baluni जी। https://t.co/cadSy6tmnr— MANU GAUR (@mgtaxab) February 17, 2021
‘पिथौरागढ़-लिपुलेख मार्ग बन सकता है उत्तराखंड की लाईफलाइन’
विदेश मंत्री से मुलाकात में अनिल बलूनी ने पंतनगर और पिथौड़ागढ़ हवाई अड्डों का विस्तार करने और पंतनगर से लिपुलेख तक All-weather road का निर्माण करने की बात रखी। उन्होंने कहा कि विश्व भर के श्रद्दालुओं के लिए यह एक सहज और सुलभ मानसरोवर यात्रा का विकल्प के तौर पर तैयार हो सकते हैं।
अनिल बलूनी ने बताया कि वो जल्द ही इस पर उद्दयन मंत्री हरदीप पुरी और केंद्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात करेंगे। साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि निकट भविष्य में श्रद्धालु उत्तराखंड से कैलाश मानसरोवर की यात्रा प्रारंभ कर सकेंगे।