
गोरखपुर। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर में नगर निगम ने शनिवार को परिसीमन के प्रारूप को बदला है। इसे सरकार ने मंजूरी दे दी है। इस परिसीमन के तहत 32 गांव नगर निगम में शामिल हुए हैं। नतीजे में गोरखपुर में वार्डों की संख्या बढ़कर 70 से 80 गई है। जो नए 10 वार्ड बने हैं, उनके नाम पहले मुस्लिम वाले थे। अब उनके नाम नगर निगम ने महापुरुषों और शहीदों जैसे भगत सिंह, रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्लाह खान, फिराक गोरखपुरी, महंत दिग्विजयनाथ, महंत मत्स्येंद्रनाथ वगैरा के नाम पर रखा है। नगर निगम अब लोगों से इन नामों को लेकर आपत्तियां मांगेगा। इसके बाद उनका निस्तारण कर परिसीमन को मंजूरी दे दी जाएगी।
बता दें कि योगी जब 1998 में गोरखपुर से पहली बार सांसद बने थे, उसके बाद शहर के तीन बाजारों के नाम बदले गए थे। अली नगर को आर्य बाजार, मियां बाजार को माया बाजार और उर्दू बाजार का नया नाम हिंदी बाजार किया गया था। इनके वार्डों के नाम भी अलीनगर, तुर्कमानपुर और मियां बाजार थे। नए परिसीमन के प्रारूप में नगर निगम ने इनका नाम भी बदला है। नए शामिल हुए 10 वार्डों के नाम अब बाबा राघवदास, बाबा गंभीरनाथ नगर, रानीडीहा, मदन मोहन मालवीय, बड़गो, संझाई, डॉ. राजेंद्र प्रसाद नगर, मत्स्येंद्रनाथ, मोहनपुर रखा गया है। जबकि, पुर्दिलपुर का नया नाम विजय चौक और जनप्रिय विहार का नाम बदलकर दिग्विजयनाथ रखने का प्रस्ताव है।
नगर निगम ने प्रस्ताव किया है कि मुफ्तीपुर वार्ड अब घंटाघर नाम से जाना जाएगा। घोसीपुरवा का नाम रामप्रसाद बिस्मिल, बिछिया जंगल तुलसीराम पूर्वी को शहीद शिव सिंह छेत्री, शेखपुर को गीता प्रेस, रेलवे कॉलोनी वार्ड को मैत्रीपुरम और मोहद्दीपुर का नाम बदलकर भगत सिंह करने का प्रस्ताव भी नगर निगम ने पास किया है। माना जा रहा है कि अगले एक महीने में सभी वार्डों के नाम बदल जाएंगे।