नई दिल्ली। कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने राधा रानी को लेकर दिए अपने बयान पर माफी मांग ली है। बरसाना में राधा रानी के मंदिर पहुंचकर उन्होंने दंडवत प्रणाम किया और नाक रगड़कर माफी मांगी। इसके बाद उन्होंने संतों और बरसाना के लोगों से भी क्षमा याचना की। कुछ दिनों पहले प्रदीप मिश्रा ने कथा के दौरान राधा रानी के जन्म और उनके विवाह को लेकर बयान दिया था जिससे संत समाज और बरसाना के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा था।
#WATCH | Uttar Pradesh: After making indecent comments regarding Radha Rani and Barsana, Katha Vachak Pandit Pradeep Mishra came to Barsana and apologised in front of Shri Radha Rani Temple. pic.twitter.com/rsel5boWqn
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 29, 2024
प्रदीप मिश्रा ने कहा था कि राधा रानी का नाम भगवान श्रीकृष्ण की 108 पटरानियों और 1600 रानियों में नहीं हैं। राधा जी के पति का नाम अनय घोष था और उनका विवाह छाता में हुआ था। उन्होंने यह भी कहा था कि राधा जी बरसाना की नहीं, बल्कि रावल की रहने वाली थीं। बरसाना में राधा रानी के पिता की कचहरी थी। इस कचहरी में राधा जी साल में एक बार आती थीं, इसीलिए इसे बरसाना कहा जाता है। प्रदीप मिश्रा के इस बयान से संत समाज समेत बरसाना के लोगों में आक्रोश छा गया। संत प्रेमानंद जी महाराज ने प्रदीप मिश्रा के बयान की कड़ी निंदा करते हुए उनको खूब खरी खोटी सुनाई थी। वहीं अन्य संत जनों ने ऐलान किया था कि अगर प्रदीप मिश्रा बरसाना आकर राधा रानी के सामने नाक रगड़कर माफी मांगें तभी उनको माफ किया जा सकता है।
#WATCH | Uttar Pradesh: Katha Vachak Pandit Pradeep Mishra says “I offered prayers to Radha Rani and apologised for the words I used. I wanted to apologise and seek forgiveness from Radha Rani for hurting the sentiments…” pic.twitter.com/Lf7ajGa2uD
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 29, 2024
मंदिर में दंडवत करने के बाद प्रदीप मिश्रा ने कहा कि माता राधा रानी के चरणों में आज यहां आना हुआ और लाडली जी ने खुद ही इशारा कर मुझे यहां बुलाया। मेरी वाणी से जो भी ठेस पहुंची है, उसके लिए मैं लाडली जी से क्षमा मांगता हूं। मेरे शब्दों से अगर ब्रजवासियों को भी कष्ट हुआ है तो मैं उनके भी चरणों में दंडवत प्रणाम करके माफी मांगता हूं। मेरा सभी से अनुरोध है कि किसी के लिए भी अपशब्द न कहे। राधे-राधे और हर-हर महादेव बोलो।