
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले समेत अन्य स्थानों पर वक्फ संशोधन कानून को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा की घटनाओं पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया किशोर रहाटकर खुद पश्चिम बंगाल पहुंची हैं। वो मुर्शिदाबाद हिंसा पीड़ित महिलाओं से मुलाकात करेंगी और मालदा भी जाएंगी। उन्होंने कहा कि हिंसा से महिलाएं प्रभावित हुई हैं। इसके मद्देनजर, पीड़ित महिलाओं की सहायता के लिए एक जांच समिति गठित करने का निर्णय राष्ट्रीय महिला आयोग के द्वारा लिया गया है। उन्होंने कहा कि महिलाएं डरी हुई हैं, बहुत से लोगों का पलायन हुआ है।
कोलकाता, पश्चिम बंगाल: राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया किशोर रहाटकर ने कहा, “पश्चिम बंगाल में आना हुआ है। यहां जो सांप्रदायिक हिंसा हुई है, उससे महिलाएं प्रभावित हुई हैं। इसके मद्देनजर, राष्ट्रीय महिला आयोग ने प्रभावित महिलाओं की सहायता के लिए एक जांच समिति गठित करने का… pic.twitter.com/qBWKq0UCj4
— IANS Hindi (@IANSKhabar) April 18, 2025
विजया किशोर रहाटकर ने कहा कि मैं पीड़ित महिलाओं से मुलाकात करूंगी, शिविर में जाऊंगी और उनकी आप बीती को जानने का प्रयास करूंगी और हालात का जायजा लूंगी। उधर, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने भी एक दिन पहले ट्वीट किया था कि एनएचआरसी अधिकारियों की एक टीम शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के मालदा में शरणार्थी शिविर का दौरा करेगी। बता दें कि वक्फ संशोधन कानून का सर्वाधिक विरोध पश्चिम बंगाल में देखने को मिल रहा है। मुर्शिदाबाद में कई दिनों तक हिंसक प्रदर्शन के अलावा दक्षिण 24 परगना में हिंसा की घटनाएं हुई हैं।
मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज गांव में हिंसक प्रदर्शनकारियों ने एक पिता-पुत्र की हत्या कर दी थी। इन हिंसक घटनाओं में बहुत से लोग जिनमें पुलिसकर्मी भी शामिल हैं, घायल हुए हैं। मुर्शिदाबाद से कई हिंदू परिवार पलायन कर चुके हैं। बहुत से लोगों ने शरणार्थी शिविरों में शरण ले रखी है। कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के बाद मुर्शिदाबाद में केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है। उधर प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही ऐलान कर चुकी हैं कि वो प्रदेश में वक्फ संशोधन कानून लागू नहीं करेंगी। सीएम ने हिंसा के लिए बीजेपी पर आरोप लगाया है।