newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

ध्रुव राठी के चैनल पर पाबंदी नहीं, लेकिन ‘Nationalist’ एल्विश यादव की घेराबंदी, सामने आया YOUTUBE का दोगलापन

Elvish Yadav: यूट्यूब के इस कदम से उसका दोगलापन सामने आ गया है। बिना सबूतों के मोदी सरकार के खिलाफ झूठ परोसने वालों के खिलाफ वो कार्रवाई नहीं करता, लेकिन एल्विश यादव जैसे नेशनलिस्ट जब ऐसे लोगों के झूठ का पर्दाफाश करते हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई हो जाती है।

नई दिल्ली। YOUTUBE ने नेशनलिस्ट यूट्यूबर एल्विश यादव के चैनल को ब्लॉक कर दिया है। एल्विश ने बीते दिनों एक वीडियो जारी कर जर्मनी में रहने वाले और मोदी सरकार के विरोधी एक और यूट्यूबर ध्रुव राठी के झूठ के पुलिंदे का खुलासा किया था। एल्विश यादव ने अपने वीडियो में ध्रुव राठी के कई वीडियो और ट्वीट्स में दिखाए गए झूठ का पर्दाफाश करते हुए राठी को चुनौती दी थी। एल्विश ने कहा था कि अगर ध्रुव में हिम्मत है, तो उनके वीडियो पर सवाल उठाकर दिखाए। एल्विश के इस वीडियो ने जमकर धमाल मचाया था और इसे लाखों लोगों ने उनके यूट्यूब चैनल पर देखा भी था और उनकी बातों से सहमति भी जताई थी। अब यूट्यूब ने एल्विश के चैनल को ब्लॉक कर दिया है।

Elvish Yadav And Dhruv Rathi

यूट्यूब के इस कदम से उसका दोगलापन सामने आ गया है। बिना सबूतों के मोदी सरकार के खिलाफ झूठ परोसने वालों के खिलाफ वो कार्रवाई नहीं करता, लेकिन एल्विश यादव जैसे नेशनलिस्ट जब ऐसे लोगों के झूठ का पर्दाफाश करते हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई हो जाती है।

आमतौर पर सभी सोशल मीडिया हैंडल्स का यही हाल है। भारत और उसकी सरकार के खिलाफ बनने वाले वीडियो और ट्वीट्स को खूब प्रमोट किया जाता है। ऐसे लोगों के खिलाफ कभी कार्रवाई नहीं हुई। ट्विटर ने तो ऐसे पोस्ट्स को भी खूब प्रमोट किया, जिनमें दिल्ली में हुए दंगों के लिए मोदी सरकार और बीजेपी को जिम्मेदार बताया गया था। इतना ही नहीं, ट्विटर ने भारत के नक्शे से लद्दाख को हटाकर चीन में दिखाने जैसी हिमाकत की थी। देश के नए आईटी नियमों का भी अब तक सोशल मीडिया हैंडल ने पूरी तरह पालन नहीं किया है।

Nationalist एल्विश यादव ने Youtuber ध्रुव राठी को किया एक्सपोज, हर एक मुद्दे पर किया हिप्पोक्रेसी का खुलासा

इससे पहले यूट्यूबर और नेशनलिस्ट एल्विश यादव ने विदेश में रहने वाले एक मोदी विरोधी यूट्यूबर ध्रुव राठी सीधा निशाना साधा। एल्विश ने एक वीडियो में ध्रुव राठी की ओर से उठाए गए मोदी सरकार विरोधी मुद्दों पर सिलसिलेवार जवाब देते हुए ध्रुव को घेरा। एल्विश का ये वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर धमाल मचा रहा है। ध्रुव राठी लगातार मोदी सरकार और उसकी नीतियों की आलोचना करते हैं। अब एल्विश ने करीब 16 मिनट के अपने वीडियो में ध्रुव राठी के हर एक ‘झूठ’ का पर्दाफाश किया है। वैसे, ध्रुव राठी यूट्यूब पर काफी नामचीन चेहरे हैं। उनके वीडियो को लाखों लोग देखते और शेयर करते हैं। ध्रुव राठी की एक खास बात ये है कि वह मोदी सरकार की नीतियों की तारीफ करने वालों को गोदी मीडिया बताते हैं। अब एल्विश का उनपर निशाना साधने वाला वीडियो चर्चा में है। यहां तक कि एल्विश ट्विटर पर टॉप ट्रेंड भी कर रहे हैं। ध्रुव राठी ने जबरन धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर अपने वीडियो में एक सर्वे का हवाला दिया था। इस सर्वे का हवाला देते हुए राठी ने दावा किया था कि भारत में रहने वाले 98 फीसदी लोगों ने कभी अपना धर्म नहीं बदला। इस वीडियो में ध्रुव राठी ने यह भी दावा किया था कि 0.7 फीसदी हिन्दुओं ने अपना धर्म बदला, लेकिन 0.8 फीसदी दूसरे धर्म के लोगों ने भी हिन्दू धर्म अपनाया।

Elvish yadav

एल्विश यादव ने इस वीडियो पर ध्रुव राठी को मैनिपुलेटर बताते हुए जमकर निशाना साधा है। अपने वीडियो में एल्विश ने कहा है कि ध्रुव जिस सर्वे का हवाला दे रहे हैं, उसका सैंपल साइज सिर्फ 30 हजार है। जबकि, देश की आबादी ही 135 करोड़ से ज्यादा है।

केरल का दिया उदाहरण

एल्विश यादव ने जबरन धर्मांतरण न होने के ध्रुव राठी के दावे को पूरी तरह गलत बताते हुए अपने वीडियो में उस खबर की क्लिप शेयर की, जिसके मुताबिक केरल में पांच हजार लोगों का जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया है। इसके साथ ही एल्विश ने ये सवाल भी पूछा कि ध्रुव राठी आखिर तीन तलाक और हलाला जैसे मुद्दों पर चुप क्यों रहते हैं। उनका कहना था कि एकतरफा खबरों का वीडियो ध्रुव राठी क्यों बना रहे हैं। जबकि, तमाम ऐसे मुद्दे हैं, जिन्हें केंद्र की मोदी सरकार ने सुलझाकर मुस्लिम महिलाओं की स्थिति को सुधारा भी है।

किसान आंदोलन का मुद्दा

अपने एक दूसरे वीडियो में ध्रुव राठी ने किसान आंदोलन की बात कही थी। ध्रुव राठी ने दावा किया था कि इस साल 26 जनवरी को किसानों ने कोई हिंसा नहीं की और लाल किले पर खालिस्तानी झंडा नहीं फहराया। इसी के जवाब में एल्विश यादव ने अपने वीडियो में उन तस्वीरों को पोस्ट किया है, जिनमें हिंसा और लाल किले पर खालिस्तान का झंडा दिख रहा है।

dhruv rathi

दंगा होने के इंतजार में थे ध्रुव

ध्रुव राठी ने अपने वीडियो में कहा था कि पुलिस ने किसानों को रोकने की कोशिश में जगह-जगह वाटर कैनन लगाए थे और कई जगह सड़कों को खोद दिया गया था। इसके अलावा ध्रुव ने यह दावा भी किया था कि लाल किले में पुलिस थी नहीं और जो पुलिस थी उसने कोई कार्रवाई नहीं की। इस पर एल्विश का आरोप है कि ध्रुव राठी और उनके जैसे लोग चाहते ही थे कि पुलिस कार्रवाई करे और हिंसा व्यापक रूप ले। ताकि इस बहाने मोदी सरकार को और बदनाम किया जा सके।

रिहाना के ट्वीट के मुद्दे पर खिंचाई

एल्विश यादव ने ध्रुव राठी की खिंचाई उनके उस वीडियो के लिए की, जिसमें ध्रुव ने कहा था कि किसान आंदोलन के समर्थन में विदेशी गायिका रिहाना आखिर पैसे के लिए ट्वीट क्यों करेगी। ध्रुव ने कहा था कि रिहाना का ट्वीट देखकर बॉलीवुड की सेलिब्रिटीज की आंखें भी खुल गईं और उन्होंने भी किसान आंदोलन के पक्ष में ट्वीट किए। इस पर एल्विश यादव ने अपने वीडियो में कहा कि ध्रुव राठी ने मान लिया है कि सेलिब्रिटीज बिकाऊ हैं।

फेक न्यूज स्प्रेडर का लगाया आरोप

16 मिनट के अपने इस वीडियो में एल्विश ने अपने वीडियो में ध्रुव को चुनौती देते हुए कहा कि अगर वह ध्रुव के वीडियो आगे-पीछे करके चला दें, तो वह फेक न्यूज स्प्रेडर के तौर पर एक्सपोज हो जाएंगे।

कार्ल रॉक के मुद्दे पर सवाल

एल्विस ने ध्रुव राठी के उस ट्वीट पर भी सवाल उठाए, जिसमें ध्रुव ने न्यूजीलैंड के निवासी कार्ल रॉक का वीजा कैंसल करने के मोदी सरकार के फैसले को गलत ठहराया था। बता दें कि कार्ल ने टूरिस्ट वीजा पर भारत आने के बाद किसान आंदोलन को समर्थन देने वाले वीडियो बनाए थे। इससे वीजा नियमों का उल्लंघन हुआ था और सरकार ने उनका वीजा रद्द करने का फैसला किया था। यह भी जानना जरूरी है कि कार्ल रॉक की पत्नी भगवान कृष्ण के बारे में विवादास्पद बयान दे चुकी है। इस मसले पर एल्विश ने अपने वीडियो में भारतीय मूल के विशाल जूड की ऑस्ट्रेलिया में गिरफ्तारी के बारे में ध्रुव की ओर से कोई प्रतिक्रिया न आने का मसला उठाया। विशाल जूड ने ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी आतंकियों का विरोध किया था और इस वजह से उनकी गिरफ्तारी हुई थी।

एल्विस ने दी चुनौती

एल्विस यादव ने ध्रुव राठी को अपने वीडियो के जरिए चुनौती देते हुए कहा कि ध्रुव अगर सही मायने में लिबरल हैं, तो वह यूनिफॉर्म सिविल कोड का समर्थन क्यों नहीं करते। एल्विस ने कहा कि ध्रुव राठी जर्मनी में रहते हैं और वहां भी यूनिफॉर्म सिविल कोड जैसा कानून है।
कुल मिलाकर एल्विश यादव ने ध्रुव राठी की पोल अपने इस वीडियो में खोलकर रख दी। ध्रुव के हर एक वीडियो का ऐसा पोस्टमॉर्टम एल्विश ने किया है, जो देखकर वाकई आप सोचने लगेंगे कि विदेश में बैठकर किस तरह यहां के जरूरी मुद्दों को दूसरा मोड़ देकर लोग सरकार के कदमों को गलत बताने में जुटे हुए हैं।