नई दिल्ली: अमृतसर और कपूरथला में बेअदबी की घटना पर खूब बवाल मचा। कई दिनों तक पंजाब को हाई अलर्ट पर रखा गया था। बेअदबी की एक घटना झूठी साबित हुई जबकि दूसरी की जांच चल रही है। इसी बीच किसी भी नेता ने आरोपियों की पिटाई से मौत की खिलाफत नहीं की। पंजाब कांग्रेस के विवादित अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने भी बेअदबी की घटना पर ज़रा सी भी लापरवाही ना बरतने की बात कही थी, इतना ही नहीं, खुलेआम फांसी देने की भी बात कही थी लेकिन अब नवजोत सिंह सिद्धू ने जो किया है उससे वे सवालों के घेरें में आ गये हैं। इतना ही नहीं नवजोत सिंह सिद्धू को कड़े विरोध का सामना भी करना पड़ा है।
दरअसल खबरों के अनुसार, बुधवार को नवजोत सिंह सिद्धू ने जीरकपुर में एक ऐसे व्यक्ति के ढाबे पर रुककर दोपहर का भोजन किया। जिस पर पहले से ही बेदअबी का केस दर्ज है। पंजाब लोक कांग्रेस के प्रवक्ता प्रितपाल सिंह बलियावाल ने सिद्धू पर आरोप लगाते हुए कहा कि सेठी ढाबे के मालिक विजय कुमार उर्फ सोनू सेठी पर इस साल आठ अगस्त को धारा 295-ए (बेअदबी) के तहत केस (एफआइआर नंबर-452) दर्ज हुआ था। उसने एक सिखों के धार्मिक शबद पर लड़कियों से डांस करवाया था। इस मामले ने जब तूल पकड़ा था तो एक केस दर्ज करवाया गया था और जिसपर बेअदबी का आरोप है सिद्धू उसके ढाबे पर पहुंचकर खाना खा रहे हैं।
सिद्धू पर आरोप लगाते हुए बलियावाल ने कहा है कि उन्हें आशा है कि नवजोत सिंह सिद्धू इसका जवाब जरूर देंगे। वहीं पिछले दिनों नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी से नाराज हिंदू संगठनों के लोग भी वहां पहुंच गये और सिद्धू के खिलाफ नारेबाजी कर गाड़ी का घेराव भी किया। आपको बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू ढाबे पर देसी अंदाज में खाट पर बैठकर खाना रहे थे। इस बीच कुछ हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर लिया और काले झंडे दिखाकर नारेबाजी करने लगे। जब सिद्धू वहां से निकलने लगे तो लोगों ने अपने काले झंडे सिद्धू की गाड़ी पर फेंक दिया।
आपको बता दें कि सिद्धू पर चुनावी रैली के दौरान श्री जाहरवीर गोगा के बारे में अपशब्द कहने का आरोप लगा है। इसके बाद हिंदू संगठनों में नवजोत सिद्धू द्वारा जहारवीर गोगा के बारे में अपशब्द कहने पर जोरदार विरोध प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शन को देखते हुए एसपी अंबाला खुद मौके पर पहुंचे और कार्रवाई का आश्वासन देने की बात कही। हिंदू संगठनों का कहना है कि जल्द से जल्द सिद्धू के खिलाफ धारा 295 ए के तहत मामला दर्ज किया जाए।